Cyclone Biparjoy: अहमदाबाद: चक्रवाती तूफान बिपरजोय को देखते हुए गुजरात लोक सेवा आयोग ने सहायक वन संरक्षक की परीक्षा रद्द करने की घोषणा की है। यह परीक्षा 19, 21 और 23 जून को होनी थी। इसके अलावा गिर सोमनाथ, नवसारी और अहमदाबाद के सभी स्कूलों को 16 जून को बंद रखने का आदेश दिया गया है। इसके अलावा चक्रवात के चलते बसों का संचालन भी बंद कर दिया गया है। इसके तहत जामनगर एसटी विभाग ने सभी रूटों पर बसों की आवाजाही बंद कर दी है।
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की 19 टीमों को गुजरात के कच्छ, देवभूमि द्वारका, जामनगर, मोरबी, पोरबंदर, गिर सोमनाथ, जूनागढ़, राजकोट और वलसाड और 1 केंद्र शासित प्रदेश दीव सहित 9 तटीय जिलों में तैनात किया गया है। इसके अलावा, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) के 12 टीमों को 7 तटीय जिलों (कच्छ, देवभूमि द्वारका, जामनगर, मोरबी, पोरबंदर, गिर सोमनाथ, जूनागढ़) और पाटन, बनासकांठा और सूरत में तैनात किया गया है, जबकि एक एसडीआरएफ टुकड़ी को रिजर्व रखा गया है।
स्वास्थ्य विभाग की तैयारी
राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने संभावित प्रभावित क्षेत्रों में दवाओं और रसद का पर्याप्त स्टॉक सुनिश्चित किया है। संभावित प्रभावित जिलों के अस्पतालों में शत-प्रतिशत डीजल जनरेटर की व्यवस्था की गई है। चक्रवात से प्रभावित क्षेत्रों में पर्याप्त चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए कुल 202 108-एम्बुलेंस और 264 सरकारी एंबुलेंस आवंटित की गई हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा संभावित रूप से प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाली गर्भवती महिलाओं की सूची एवं उनके प्रसव की संभावित तिथियों की सूची तैयार कर ली गई है, ताकि उन्हें समय पर समुचित उपचार उपलब्ध कराया जा सके।
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राज्य एवं जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष की व्यवस्था
11 जून से, गुजरात में राज्य स्तर और जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं। कच्छ और सौराष्ट्र के इलाकों में मेडिकल टीम और विशेषज्ञ भेजे गए हैं। इसके तहत मोरबी में 10, कच्छ में 15, द्वारका में 5, जामनगर में 2, गिर सोमनाथ में 2 सहित लगभग 30 विशेषज्ञ डॉक्टरों को संभावित प्रभावित क्षेत्रों में तैनात किया गया है. चक्रवात से प्रभावित होने की संभावना वाले सभी जिलों और महानगर पालिकाओं में महामारी रोधी दवाओं का स्टॉक सुनिश्चित किया गया है। इनमें से प्रत्येक जिले में एक मेडिकल कॉलेज आरआरटी और प्रत्येक तहसील में दो मेडिकल टीमों की व्यवस्था की गई है। चक्रवात के प्रभावों को देखते हुए तत्काल प्रभाव से 50 लाख रुपये का अनुदान भी जारी किया गया है। इसके तहत कच्छ में 15 लाख रुपये और शेष 7 जिलों में प्रति जिले 5 लाख रुपये का अनुदान जारी किया गया है। संभावित प्रभावित जिलों में 92 वेक्टर नियंत्रण दल तैनात किए गए हैं।
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