Cyber Shield campaign: बीते समय में हुई संचार क्रांति के जरिए आम आदमी को कई सुविधाएं मिली हैं। लेकिन इसके विपरीत इस संचार तकनीक के चलते धोखाधड़ी के मामले भी सामने आए हैं। जिले में भावी पीढ़ी खासकर विद्यार्थियों को साइबर ठगी से बचाने के लिए धौलपुर जिला पुलिस की ओर से ऑपरेशन “साइबर शील्ड” शुरू किया गया है। जिसके तहत स्कूली बच्चों को साइबर ठगी से बचने के तरीकों के बारे में जागरूक किया जा रहा है।
Cyber Shield campaign : लोगों किया गया जागरूक
जिला पुलिस अधीक्षक सुमित मेहरड़ा के निर्देशन में शुक्रवार को जिले भर में एक ही दिन में करीब सात हजार विद्यार्थियों को साइबर सुरक्षा के बारे में जागरूक किया गया। आज जिले के साइबर थाने समेत सभी थानों की पुलिस टीमों ने शिक्षण संस्थानों में पहुंचकर विद्यार्थियों को साइबर अपराध के बारे में जागरूक किया। साइबर ठगी से बचने के लिए कई बिंदुओं पर विस्तार से जानकारी दी गई। इस दौरान पुलिस टीमों ने विद्यार्थियों को बताया कि इंटरनेट के इस्तेमाल की सही जानकारी होने पर साइबर अपराध से बचा जा सकता है।
Cyber Shield campaign : सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से बचने की सलाह
ऑनलाइन अकाउंट के लिए मजबूत पासवर्ड बनाएं, इसके अलावा व्हाट्सएप, ट्विटर (x), फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपनी निजी जानकारी सार्वजनिक न करें। क्योंकि कोई भी आपकी जानकारी का आसानी से दुरुपयोग कर सकता है। फर्जी लॉटरी जीतने का दावा करने वाले कॉल करने वालों से कभी भी अपनी बैंक डिटेल साझा न करें। डिजिटल गिरफ्तारी से बचने के लिए किसी भी अनजान कॉल या मैसेज का जवाब न देने की बात कही गई।
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टावर लगाने के नाम पर भी लोगों से ठगी की जाती है। इससे बचने के लिए किसी भी अनजान बैंक खाते में पैसा जमा न करें। विद्यार्थियों को व्हाट्सएप, एक्स, फेसबुक और इंस्टाग्राम आदि को सुरक्षित रखने के बारे में विस्तार से बताया गया। अंत में सभी विद्यार्थियों और स्कूल स्टाफ से अपेक्षा की गई कि वे कार्यशाला में दी गई जानकारी को अपने परिवार और आस-पड़ोस में ज्यादा से ज्यादा लोगों को बताएं, ताकि जानकारी के अभाव में कोई भी साइबर अपराधियों का शिकार न बने।
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