प्रदेश हरियाणा

कोरोना योद्धाओं को दिखाया बाहर का रास्ता, कर रहे हैं ये मांग

फतेहाबाद: कोरोना महामारी के दौरान लगाए गए कोरोना योद्धाओं के अनुबंध को रिन्युअल न कर रिलीव करने के विरोध में इन कर्मचारियों ने स्वास्थ्य कर्मचारी संघ हरियाणा के बैनर तले सिविल सर्जन कार्यालय पर धरना दिया। साथ ही मांग की कि इन कर्मचारियों की सेवाओं को जारी रखते हुए इन्हें रेगुलर कर्मचारियों का दर्जा दिया जाए या एनएचएम में शामिल किया जाए। धरने की अध्यक्षता जिला कोविड आउटसोर्सिंग प्रभारी प्रदीप गोदारा ने की व मुख्य रूप से स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष विपिन शर्मा ने भाग लिया।

धरने को संबोधित करते हुए विपिन शर्मा व प्रदीप गोदारा ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविड-19 के दौरान एनएचएम के बजट हैड पर आउटसोर्सिंग पॉलिसी-1 के तहत प्रदेश भर में कोरोना योद्धा लगाए गए थे। इन्होंने कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी के दौरान अपनी जान की परवाह न करते हुए दिन-रात बिना अतिरिक्त वेतन के पूरे सेवाभाव समर्पण से अपनी सेवाएं दी, लेकिन अब सरकार ने इन कोरोना योद्धाओं को 1 अप्रैल से हटा दिया है, जोकि इन कोरोना योद्धाओं के साथ कुठाराघात है।

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फतेहाबाद के नागरिक अस्पताल स्थित फ्लू क्लीनिक खाली पड़ा है वहीं कोरोना टेस्टिंग को लेकर बड़ोपल में स्थापित की गई लैब पर भी ताला लटक गया है। उन्होंने मांग की कि इन कर्मचारियों को विभाग में रेगुलर किया जाए या फिर एनएचएम में शामिल कर इन्हें दोबारा ड्यूटी पर लिया जाए। इस अवसर पर सहप्रभारी आत्मनंद, फार्मेसी ऑफिसर रवि, नर्सिंग ऑफिसर महेश कुमार, लैब टेक्नीशियन अक्षय, डाटा एंटी ऑपरेटर रिन्कू, नर्सिंग स्टाफ सुमन, नीलम, सोनू, कपिल, पवन, अंकुश, संदीप, पूनम, सुमित, विकास सहित अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।

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