नई दिल्लीः उदयपुर के नव संकल्प चिंतन शिविर के दौरान कांग्रेस के आलाकमान ने 2 अक्टूबर से ‘भारत जोड़ो’ यात्रा शुरू होना तय किया था, लेकिन अब कांग्रेस यह यात्रा 7 सितंबर से शुरू करेगी, जिसका नेतृत्व राहुल गांधी करेंगे। 7 सितंबर से अपनी कन्याकुमारी से कश्मीर तक ‘भारत जोड़ो’ यात्रा पदयात्रा के रूप में 12 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों से होकर निकलेगी। 3,500 किमी की दूरी तय करते हुए यह पदयात्रा लगभग 150 दिनों में संपन्न होगी। इस यात्रा में राहुल गांधी सहित कांग्रेस के नेतागण और कार्यकर्ता शामिल होंगे।
ये भी पढ़ें..CM नीतीश कुमार ने राज्यपाल को सौंपा इस्तीफा, अब महागठबंधन के साथ बनाएंगे नई सरकार
कांग्रेस संचार विभाग के प्रभारी जयराम रमेश ने बताया, “80 साल पहले आज ही के दिन, महात्मा गांधी के नेतृत्व और प्रेरणा से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन शुरू किया था, जिसने पांच साल बाद हमारे देश को आजादी दिलाई।” “भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस उन सभी से इस ‘भारत जोड़ो’ यात्रा में शामिल होने की अपील करती है, जो भय, कट्टरता और पूर्वाग्रह की राजनीति तथा आजीविका विनाशक अर्थशास्त्र, बढ़ती बेरोजगारी और पैर पसारती असमानताओं की परिस्थितियों को बदलने का विकल्प प्रदान करने के इस विशाल राष्ट्रीय प्रयास का हिस्सा बनना चाहते हैं।”कांग्रेस पार्टी ने इस यात्रा के जरिये न सिर्फ राजनीतिक तौर पर खोई अपनी जमीन तलाशने की कोशिश करेगी, बल्कि मोदी सरकार की विफलताओं को जनता के सामने रखेगी।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह मुंबई जाकर 97 साल स्वतंत्रता संग्राम सेनानी डॉ जीजी पारिख के की अगुवाई में अगस्त क्रांति मैदान मे ‘भारत छोड़ो आन्दोलन दिवस’ कार्यक्रम में कांग्रेस अध्यक्ष का संदेश पत्र लेकर जाएंगे। दिग्विजय सिंह ही कांग्रेस की सेंट्रल प्लानिंग कमेटी के अध्यक्ष हैं। इसी साल राजस्थान के उदयपुर में हुए चिंतन शिविर के नव संकल्प में कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक की भारत जोड़ो यात्रा की घोषणा की थी।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)