लखनऊः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिहार व मध्यप्रदेश के पूर्व राज्यपाल लालजी टंडन की जयंती पर राजधानी के चौक स्टेडियम के ‘लालजी टंडन बहुद्देशीय हॉल’ का लोकार्पण किया। इस मौके पर उनके नाम पर दुबग्गा से चौक तक सड़क व चौक चौराहा का नामकरण भी किया गया। अब चौक चौराहा ‘लालजी टंडन चौराहा’ के नाम से जाना जाएगा। वहीं, दुबग्गा से चौक तक का मार्ग भी उन्हीं के नाम से जाना जाएगा। मुख्यमंत्री योगी ने अपने सरकारी आवास पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि यह पहला समय है जब वे अपने भौतिक काया के साथ अपने जन्मदिन पर उपस्थित नहीं हैं।
लालजी टंडन को श्रद्धांजलि देते हुए सीएम योगी ने कहा कि अपने पूर्वजों व वरिष्ठों के प्रति श्रद्धा व सम्मान का भाव ही कृतज्ञता है। लखनऊ व लालजी टंडन एक दूसरे के पर्याय हो गए थे। सीएम योगी ने कहा कि लालजी टंडन ने मूल्यों व सिद्धांतों के इतर कोई अन्य बात स्वीकार नहीं हुई। अन्य विचारों के साथ भी मित्रता भाव रखते थे। स्थानीय कार्यकर्ताओं के लिए वे पथप्रदर्शक के रूप में जाने गए। ‘अनकहा’ पुस्तक में उन्होंने जिन बातों का उल्लेख किया है, उससे कह सकते हैं कि वे ‘चलता फिरता लखनऊ’ थे। योगी ने बताया कि यह कार्यक्रम स्टेडियम में भव्यता के साथ होना था, लेकिन कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री आवास में ही संपन्न हो रहा है।
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उन्होंने कहा कि इस हॉल, सड़क, चौराहे के जरिये उनकी स्मृतियां जुड़ी रहेंगी। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि लालजी टंडन राम मंदिर पर चर्चा करते रहते थे। उनका हम सभी पर कृपा बनी रहे, इसकी कामना करता हूं। इस मौके पर उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि लखनऊ उनके दिल में रहता था। महापौर संयुक्ता भाटिया ने कहा कि लालजी टंडन का व्यक्तित्व विराट था। उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला। वह पिता के समान कार्यकर्ताओं की चिंता करते थे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि दूसरे सरकारों में भी बाबूजी की अच्छी पकड़ थी। समाज में उनको सभी स्वीकार करते हैं।