पटनाः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोरोना के तीसरे चरण के टीकाकरण अभियान की शुरुआत सोमवार को खुद टीका लेकर की। उन्होंने पटना के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में कोरोना वैक्सीन का इंजेक्शन लगवाया। मुख्यमंत्री नीतीश का आज 70वां जन्मदिन भी है। कोरोना का टीका लेने के बाद मुख्यमंत्री आधे घंटे चिकित्सकों की निगरानी में रहे। मौके पर मुख्यमंत्री के साथ राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और विजय कुमार चौधरी ने भी कोरोना का टीका लिया। तीसरे चरण में 60 साल और उससे ऊपर के लोगों को टीका लगना है। बिहार में सभी नागरिकों को कोरोना का टीका मुफ्त में लगेगा। निजी अस्पतालों में टीका लेने में लगने वाले शुल्क का भुगतान राज्य सरकार करेगी। राज्य में 60 साल से अधिक उम्र के करीब1.01 करोड़ नागरिकों को टीका देने का लक्ष्य है।
टीका लगवाने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी नागरिक जरुर कोरोना की वैक्सीन लें। बिहार में चुनावी वायदे को पूरा करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा कि राज्य में सभी नागरिकों को मुफ्त में कोरोना का टीका लगाया जायेगा। हालांकि केंद्र सरकार ने कहा है कि निजी अस्पतालों में अधिकतम 250 रुपये का शुल्क लगेगा लेकिन बिहार के सभी निजी या सरकारी अस्पतालों में टीका लेने पर किसी शुल्क का भुगतान नहीं करना होगा। ऐसे में निजी अस्पतालों में टीकाकरण के खर्च का भुगतान राज्य सरकार करेगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में कोरोना टीकाकरण के तीसरे चरण की समीक्षा के बाद यह एलान किया गया था। इस संबंध में नीतीश कैबिनेट ने नवंबर, 2020 में ही मुफ्त टीकाकरण के फैसले पर मुहर लगी दी थी।
यह भी पढ़ें-कांग्रेस ने कहा-प्रधानमंत्री मोदी का वैक्सीन लगवाना चुनावी रणनीति
स्वास्थ्य विभाग ने तीसरे चरण के टीकाकरण को लेकर 50 निजी क्षेत्र के अस्पतालों को अभियान से जोड़ा है। राज्य के सभी जिलों में कम से कम एक निजी अस्पताल को टीकाकरण अभियान में शामिल किया गया है। इस चरण में निर्धारित उम्र सीमा वाले कोई भी नागरिक कोविड- 2.0 पोर्टल पर टीकाकरण के लिए स्थल व तिथि का चुनाव स्वयं कर सकते हैं। साथ ही निजी या सरकारी अस्पताल में टीका के लिए भी उन्हें चयन का विकल्प दिया जाएगा। ऐसे में निजी अस्पताल भी कोरोना टीका अभियान में शामिल होंगे।