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पूर्व मुख्यमंत्री ने की राम मंदिर की जमीन पर जांच की मांग, कही ये बात

  अनूपपुर: राज्यसभा सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह इन दिनों राज्य के विभिन्न विधानसभाओं के दौरे पर हैं, जहां वे संगठन की समीक्षा कर रहे हैं कि बूथ स्तर पर काम हो रहा है या नहीं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुलाकात के साथ ही लोगों की नब्ज को महसूस कर रहे हैं। वे शुक्रवार की देर रात अनूपपुर पहुंचे, जहां शनिवार को उन्होंने सबसे पहले अनूपपुर जिला मुख्यालय में पत्रकारों से बात की और फिर कांग्रेसियों की बैठक ली और संगठन कितना मजबूत है, इसकी समीक्षा की। साथ ही उन्होंने कर्नाटक में कांग्रेस की जीत पर पार्टी अध्यक्ष समेत कर्नाटक के नेताओं को बधाई दी।

शिवराज पर निशाना

दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए कहा कि शिवराज सिंह जितना बड़ा झूठ बोलते हैं, मैं भी उन्हें कई नामों से संबोधित करता हूं, मैं अपने को मामा कहना चाहता हूं, मैं मामा कहता हूं। नरेंद्र मोदी जितना गाली देते हैं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह घोषणा कर रहे हैं। शिवराज सिंह ने अब तक 2174 की घोषणा की है, चुनाव के समय तक यह 5 हजार हो जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सबसे ज्यादा आबादी आदिवासियों की है। अमरकंटक विश्वविद्यालय में नियम है कि यह 50 प्रतिशत है, लेकिन जब से कुलपति त्रिपाठी आए हैं, यह कम हो गया है। अगर यह प्रमाणित है तो उन पर एसटीएस की धारा लगाई जाए।

राम मंदिर के लिए जमीन खरीदने में धांधली

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने आदिवासियों को जमीन बांटी थी, जिसे भाजपा के लोग दबाव में औने-पौने दामों पर खरीद रहे हैं और कलेक्टर खुलेआम अनुमति दे रहे हैं। तब भाजपा के लोगों ने उन पर इस जमीन को ऊंचे दामों पर बेचने का आरोप लगाया था। लगाया। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि ट्रस्ट में राम मंदिर को भी दुरुस्त कर लिया गया है। बेचने वाली और खरीदने वाली दोनों बीजेपी को राम मंदिर ट्रस्ट ने 10 गुना दाम पर खरीद लिया। हमारा पैसा भी राम मंदिर न्यास में लगा है। उन्होंने मंदिर के लिए दिए गए चंदे की जांच की मांग की। उन्होंने बताया कि आज प्रदेश में आदिवासियों का पूरा हक मारा जा रहा है। जिन लोगों की भर्ती नहीं हो रही है वे बेरोजगार हैं। शहडोल में 509 लोगों की भर्ती की गई है, जिनमें राज्य के बाहर के लोगों में से 249 जिले के निवासी हैं, जबकि जिले के केवल 49 लोग हैं। अनूपपुर जिले का भी यही हाल है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह खुद को किसान पुत्र कहते हैं और बताएं कि उन्होंने अपने जिले में कितने किसान पुत्र दिए हैं। दिग्विजय सिंह ने कहा कि किसानों का कर्ज माफ कर दिया गया है। मोदी सरकार के आने के बाद से महंगाई और बेरोजगारी बढ़ी है, गरीब और गरीब होता जा रहा है और अमीर और अमीर होता जा रहा है। यह भी पढ़ेंः-CM भगवंत मान बोले, विधानसभा-राज्यसभा और लोकसभा में होगा हमारा हिस्सा

देवर क्यों नहीं कहते मुख्यमंत्री

लाडली बहना योजना पर पूर्व सीएम ने कहा कि यह चोरी की योजना है। साथ ही उन्होंने कहा कि जो साले को बिजली वसूली के आरोप में जेल भेज रहे हैं तो उन्हें जीजा क्यों नहीं कहते। उन्होंने कहा कि सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में भाजपा और आरएसएस कार्यकर्ताओं के बच्चे पढ़ते हैं। शिवराज सिंह के बेटे विदेश में पढ़ रहे हैं। पूर्व सांसद रामेश्वर निखरा ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नर्मदा की शपथ ली थी कि वह कभी शादी नहीं करेंगे और उसके छह महीने बाद ही उन्होंने शादी कर ली। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)