रायपुर: छत्तीसगढ़ में रुर्बन मिशन के तहत किए जा रहे कार्यों को एक बार फिर राष्ट्रीय स्तर पर सराहना मिली है। केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय की परफॉमेंस रिव्यु कमेटी की बैठक में रूर्बन मिशन के अंतर्गत रायपुर जिले के मंदिर हसौद क्लस्टर में अन्नपूर्णा ग्राम संगठन द्वारा संचालित मल्टी एक्टिविटी सेंटर में पेवर ब्लॉक एवं फ्लाई-एश ब्रिक्स उत्पादन कार्य को काफी सराहा गया।
यहां के काम को देखकर बैठक में शामिल भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने सभी राज्यों को अधिक से अधिक आजीविका गतिविधियों को स्वसहायता समूह के माध्यम से संचालित कराने का सुझाव दिया। केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय के सचिव नागेन्द्र नाथ सिन्हा की अध्यक्षता में हुई परफॉमेंस रिव्यु कमिटी की ऑनलाइन बैठक में राज्य शासन के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की अपर मुख्य सचिव रेणु जी.पिल्लै और रूर्बन मिशन की संचालक इफ्फत आरा भी मौजूद थीं।
केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव डॉ. बिस्वजीत बनर्जी ने समीक्षा बैठक में बताया कि छत्तीसगढ़ रूर्बन मिशन के उत्कृष्ट क्रियान्वयन में देश के अग्रणी राज्यों में शामिल है। उन्होंने भारत सरकार द्वारा चयनित देश के 75 अग्रणी क्लस्टर्स में छत्तीसगढ़ के सर्वाधिक 13 क्लस्टर्स शामिल होने पर राज्य की प्रशंसा की। बड़े राज्यों की श्रेणी में रूर्बन मद की उपयोगिता में प्रदेश का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा।
रूर्बन मिशन में विभिन्न विभागों के समन्वय से अभिसरण मद की उपयोगिता में भी छत्तीसगढ़ अग्रणी राज्यों में शामिल है। छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है जिसने योजना के वेब पोर्टल से पीएफएमएस इंटिग्रेशन के क्रियान्वयन एवं परिसंपत्तियों की जियो टैगिंग प्रारंभ की है। रूर्बन मिशन के राज्य परियोजना समन्वयक आर.के. झा और राज्य परियोजना प्रबंधक राजीव कुमार त्रिपाठी भी वीडियो कॉन्फ्रेंस से समीक्षा बैठक में शामिल हुए।