झाबुआः कई लोगों से लोन स्वीकृत कर नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने और लाखों रुपये ठगने के मामले में जिले की रायपुरिया पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से प्रेस का फर्जी आईडी कार्ड, माइक, फर्जी विजिटिंग कार्ड और नकली सील के साथ 50 हजार रुपये नकद बरामद किया है। थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
अपर जिला पुलिस अधीक्षक प्रेमलाल कुर्वे ने शुक्रवार को बताया कि इस मामले में हरीश मकवाना निवासी रायपुरिया द्वारा थाना रायपुरिया में रिपोर्ट दर्ज करायी गयी थी कि मंदसौर निवासी कैलाश पोरवाल कुछ दिन पहले रतलाम जिले से रायपुरिया में रहने लगा था और उसकी पहचान बड़े लोगों से हुई थी। झांसा देकर और नौकरी दिलाने के नाम पर लोन स्वीकृत कर लाखों रुपये वसूल कर लिया। इस रिपोर्ट के आधार पर भारतीय दंड संहिता की धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर विवेचना में लिया गया है। जांच के दौरान रायपुरिया गांव रायपुरिया निवासी सुंदरलाल पाटीदार, धनिया पिता हीरा डामोर निवासी डोकरवानी, राजेश पिता पिंजू भाबर निवासी फूलमल, मोहन पिता मानसिंह गढ़वाल निवासी मोहनकोट, (हाल मुकाम रतलाम) बहादुर पिता बजेसिह मुनिया निवासी मोहनकोट ने भी शिकायत की कि कैलाश पौरवाल मंदसौर निवासी ने उनसे कर्ज दिलाने व नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये भी ले लिए हैं।
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपितों ने मोहन के पिता मानसिंह गढ़वाल से भी धोखाधड़ी कर कर्ज के नाम पर पैसे लिए थे, जिसकी शिकायत मोहन ने रतलाम के दो बट्टी थाना व दीनदयालपुर थाने में की थी। वह रतलाम से भागकर रायपुरिया आया था और अब वह रायपुरिया की जनता को धोखा देकर यहां से भी भागने की फिराक में है।
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मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक झाबुआ अगम जैन ने सुश्री सोनू डावर एसडीओपी पेटलावद एवं थानाध्यक्ष रायपुरिया राजकुमार कुनसरिया की संयुक्त टीम गठित कर आरोपी कैलाश पौरवाल की गिरफ्तारी के निर्देश दिये। पुलिस द्वारा मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए रायपुरिया से भागने की तैयारी कर रहे आरोपी कैलाश पोरवाल को बस स्टैंड से गिरफ्तार कर उसके कब्जे से फर्जी पहचान पत्र, माइक, फर्जी विजिटिंग कार्ड व रुपये बरामद कर लिया है। नकली मुहर के सिक्के जब्त किए गए हैं। आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। मामले में पुलिस द्वारा आगे की जांच की जा रही है।
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