लखनऊः समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के अंधविश्वास वाले बयान पर ‘कहूं तो उन्हें चिढ़ होती है भगवान बांके बिहारी से। उन्हें चिढ़ होती है अयोध्या, मथुरा और काशी से’ पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अखिलेश द्वारा नोएडा का जिक्र करते हुए धर्म को अंधविश्वास कहना, यह करोड़ों लोगों की आस्था का अपमान है। मैं उनके बयान की आलोचना करता हूं। अखिलेश यादव को अपना यह बयान वापस लेना चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को एक कार्यक्रम में नोएडा जाने के डर वाले सवाल पर कहा कि नोएडा जाने वाला मुख्यमंत्री दोबारा मुख्यमंत्री नहीं बनता। मुख्यमंत्रित्व काल में नोएडा जाने वाला मुख्यमंत्री चुनाव हार जाता है। दोबारा सत्ता में नहीं आता है। हमारे बाबा मुख्यमंत्री नोएडा गए हैं। इसलिए वह दोबारा मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे। 2022 में सपा की सरकार बनने जा रही है। अंधविश्वास पर अखिलेश ने कहा कि धर्म भी अंधविश्वास है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कई बार नोएडा जा चुके हैं।
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उन्होंने नोएडा जाने वाले मुख्यमंत्री के चुनाव हार जाने वाली कहावत को अंधविश्वास करार दिया है। वहीं जब योगी से यह पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कोई हमेशा रहने वाला नहीं है। जब हमारी मृत्यु निश्चित है तो कुर्सी क्या चीज है। मुझे प्रदेश की 24 करोड़ जनता की सेवा के लिए मुख्यमंत्री बनाया गया है। मैं दोबारा कुर्सी पाने की लालसा में प्रदेश की जनता की सेवा करना छोड़ दूं ? यह नहीं हो सकता। जिन लोगों को भ्रम है, वह टूटेगा। मुझे इस प्रकार का कोई भ्रम नहीं है।
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