उत्तर प्रदेश राजनीति लोकसभा चुनाव 2024

ब्रजेश पाठक ने साधा सपा पर निशाना, बोले- पीडीए का मतलब परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी

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बलियाः शुक्रवार को जिले में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के निशाने पर सपा और कांग्रेस रहीं। उन्होंने कहा कि सपा की पीडीए का मतलब परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी है। पाठक भाजपा प्रत्याशी नीरज शेखर के नामांकन से पहले रामलीला मैदान में आयोजित जनसभा में बोल रहे थे।

सपा की सरकार में चरम पर था अपराध

भाई-भतीजावाद पर निशाना साधते हुए ब्रजेश पाठक ने कहा कि जब सपा के लोकसभा उम्मीदवारों की सूची आई तो पूरी पार्टी के टिकट भाई-भतीजे में बंट गए। बीजेपी का अगला अध्यक्ष कौन होगा ये कोई नहीं जानता। सभी जानते हैं कि सपा और कांग्रेस का अध्यक्ष कौन होगा। सपा के अध्यक्ष उनके परिवार से हैं और कांग्रेस के नेता उनके परिवार से हैं।

उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर का हवाला देते हुए कहा कि वह ग्रामीणों और गरीबों के नेता थे। वे सच्चे समाजवादी थे। पद के लिए समझौता नहीं किया। 1992 में मुलायम सिंह ने ही चन्द्रशेखर की पार्टी को सपा में बदलने का काम किया था। जब सपा में विभाजन हुआ तो पूरी सपा पर अखिलेश यादव ने कब्ज़ा कर लिया। जब भी इस प्रदेश में सपा की सरकार रही है, अपराध चरम पर रहा है। हत्या, बलात्कार, डकैती, बहन-बेटियों की इज्जत लूटने और दंगे करने वाले लोग सपा के संरक्षण में पनप रहे हैं। हमारी सरकार ने वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट दिया, जबकि सपा सरकार में वन डिस्ट्रिक्ट वन माफिया था। आज रात 12 बजे भी बहू-बेटियां सुरक्षित हैं।

हमने दिया सम्मान से जीने का अधिकार

उन्होंने सपा-कांग्रेस गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी और अखिलेश यादव में एक समानता है। जो दोनों को बार-बार साथ आने पर मजबूर हो जाते हैं। सपा और कांग्रेस का डीएनए एक ही है। सपा प्रमुख ने जहां ऑस्ट्रेलिया से शिक्षा प्राप्त की है, वहीं कांग्रेस के राहुल गांधी इटली के संस्कारों में पले-बढ़े हैं। उन्हें गांव के गरीबों से कोई लेना-देना नहीं है। गरीबों का कोई नेता है तो वह नरेंद्र मोदी हैं। पांच करोड़ गरीबों को पक्के घर दिये गये हैं। तीन करोड़ और देने जा रहा हैं। पीएम मोदी ने शौचालय उपलब्ध कराकर महिलाओं को सम्मान से जीने का अधिकार दिया है।

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बैठक में परिवहन राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार दयाशंकर सिंह, दयाशंकर मिश्र दयालु, राज्य मंत्री दानिश आजाद अंसारी, सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त, एमएलसी रविशंकर सिंह पप्पू, विजयबहादुर दुबे, मार्कंडेय शाही आदि मौजूद रहे।

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