इस्लामाबादः अफगानिस्तान एक बार फिर बम धमाके (Afghanistan bomb blast) से दहल उठा। यहां के बदख्शां प्रांत में गुरुवार को तालिबान के डिप्टी गवर्नर के अंतिम संस्कार के दौरान हुए बम धमाके में करीब 11 लोगों की मौत हो गई। जबकि 30 लोग गए बताए जा रहे है। दरअसल यह दो पहले हुए बम विस्फोट में बदख्शां प्रांत के उप गवर्नर निसार अहमद अहमदी की मौत हो गई थी उन्हीं की याद में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। जहां ये विस्फोट हुआ।
तालिबान के प्रवक्ता अब्दुल नफी ताकोर बताया कि नवाबी मस्जिद के करीब हुए बम धमाके (Afghanistan bomb blast)में एक पूर्व पुलिस अफसर की मौत हो गई। जबकि इस विस्फोट में 30 अन्य लोग जख्मी हो गए। ताकोर ने आशंका जताई कि हताहतों की संख्या बढ़ सकती है। उन्होंने आशंका जताते हुए कहा कि यह हमले को उप गवर्नर अहमदी की याद में आयोजित एक कार्यक्रम को निशाना बनाकर अंजाम दिया गया। दरअसल मंगलवार को एक कार बम धमाके में अहमदी की मौत हो गई थी।
ये भी पढ़ें..लव जिहाद के जाल में फंसी राष्ट्रीय खिलाड़ी ने की आत्महत्या ! जांच में जुटी पुलिस
यह हमला बदख्शां प्रांत की राजधानी फैजाबाद में हुआ, जिसमें उनके चालक की भी मौत हो गई और 10 अन्य घायल हो गए। तालिबान के सूचना और संस्कृति के प्रभारी मोअजुद्दीन अहमदी ने बृहस्पतिवार को हुए विस्फोट और इसमें बगलान के पूर्व पुलिस प्रमुख सैफीउल्लाह शमीम के मारे जाने की पुष्टि की। इस हमले की किसी भी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है। मगर तालिबान के प्रतिद्वंद्वी इस्लामिक स्टेट ने मंगलवार को किए गए कार बम विस्फोट की जिम्मेदारी ली थी।
तालिबानी सेना प्रमुख ने की लोगों से अपील
अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने हमले की निंदा करते हुए एक ट्वीट में कहा कि मस्जिदों पर बमबारी आतंक और अमानवीय और इस्लामी मानकों के खिलाफ है। बुधवार को तालिबान के कई वरिष्ठ अधिकारी निसार अहमद अहमदी की तदफीन (दफन) में शामिल हुए। तालिबान के सेना प्रमुख फसीहुद्दीन फितरत ने बदख्शां में आईएस के हमलों (Afghanistan bomb blast) की निंदा करते हुए नागरिकों से तालिबान सुरक्षा बलों के साथ सहयोग करने और अपने क्षेत्रों में संदिग्ध गतिविधियों की सूचना देने अपील की है।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)