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धरने पर बैठे बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस सरकार को बताया किसान विरोधी

 

कोरबा: छत्तीसगढ़ के कोरबा में भाजपाइयों ने किसान विरोधी कांग्रेस सरकार के खिलाफ बुधवार को ट्रांसपोर्ट नगर चौक पर एक दिवसीय धरना एवं हल्ला बोल का कार्यक्रम रखा गया था। धरने पर बैठे भाजपा कार्यकर्ता देवेंद्र पांडेय ने बताया कि भाजपा शासन में धान की कीमत 3 दिन के अंदर किसानों को दे दी जाती थी, लेकिन गंगाजल की कसम खाने वाले, आज तक पिछला भुगतान नहीं किये है।

भाजपा कार्यकर्ता ने कहा कि, बोनस की राशि भी किश्त-किश्त में दे रहे हैं, गिरदावरी के माध्यम से किसानों का रकबा काटा जा रहा है, ये जो छत्तीसगढ़ की वर्तमान सरकार है वो वास्तव में किसान विरोधी सरकार है। 1 एकड़ में कम से कम 20 क्विटल धान खरीद होनी चाहिए, ये सब करने के बजाय ये सरकार कृषि बिल का विरोध कर रही है, क्योंकि उस बिल में ये सब मनमानी कर नही पाएंगे। किसानों के बीच से बिचौलिये हटेंगे और इनको ये सब विरोध करने के बजाय किसानों को गमले में गोभी उगा कर करोड़ों कमाने का फायदा बताना चाहिए।

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नए कृषि बिल में किसान अपना फसल अपने मन से अपने दाम में बेचेगा जो इनके लिए सिरदर्द का कारण है। इसी कृषि बिल के कारण केंद्रीय पुल 1.5 गुना बढ़ कर 9 हजार करोड़ रुपये अभी-अभी छत्तीसगढ़ सरकार के खाते में आया है। बीच के बिचौलिये है ये इनको तो सभी से सरदर्द होता है, इनका केवल एक ही काम है केंद्र के अच्छी योजनाओ को बंद करना, जैसे आयुष्मान योजना छत्तीसगढ़ में बंद कर दिए। केंद्र की सारी जनहित योजनाओं को विफल करने के लिए मुख्यमंत्री बने भूपेश जी सभी योजनाओं को बंद करके अपनी कुंठित मानसिकता को दर्शाते रहते हैं। उन्होंने सीएम भूपेश से आग्रह करते हुए कहा कि आप कुछ अच्छा नहीं कर सकते तो कम से कम जो अच्छा हो रहा है उसको तो मत रोकिये।

उन्होंने वर्तमान छत्तीसगढ़ सरकार से सवाल करते हुए कहा कि कृषि बिल का कोई भी ऐसा बिंदु बताये जिसमें वह किसान विरोधी साबित होगा। किसानों के हितैषी हैं तो गिरदावरी के माध्यम से क्यों किसानों का रकबा कम करवा रहे हैं? किसानों का बोनस क्यों किश्त-किश्त में दिया जाता है प्रति एकड़ फसल की लिमिट क्यों कम की गई? किसानों को पटवारी के चक्कर काटने को क्यों मजबूर कर रहे हैं? किसानों का धान 2500 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से रकबा क्यों काटा जा रहा है? सभी जगह के फसल पैदावार में अंतर होने के पश्चात भी एक ही लिमिट क्यों रखी गयी है? 8 किसानों के साथ छलावा क्यों? 9 राशियों को किश्त में क्यों दे रहे है बजाय एकमुश्त देने के ?