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कोरोना प्रबंधन को लेकर बीजेपी विधायक और सांसद ही उठाने लगे योगी सरकार पर सवाल

लखनऊः योगी सरकार दावा कर रही है कि यूपी में ऑक्सीजन और बेड की कमी नहीं है, लेकिन इसके उलट बीजेपी के विधायक और सांसद अब अस्पताल और सरकार के प्रबंधन पर सवाल खड़े करने लगे हैं। लखीमपुर खीरी के गोला के बीजेपी विधायक अरविंद गिरी, कानून मंत्री बृजेश पाठक, मोहनलालगंज के बीजेपी सांसद कौशल किशोर सरकार के दावों की पोल खोल रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक सुरेंद्र सिंह ने कोरोना प्रबंधन में बदइंतजामी को लेकर योगी सरकार पूरी तरह से असफल करार दिया है। बीजेपी के विधायक और सांसद लगातार सीएम और प्रशासन को पत्र लिखकर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। ये पत्र सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहे हैं।

गुरुवार को लखीमपुर खीरी के गोला के बीजेपी विधायक अरविंद गिरी ने जिलाधिकारी (डीएम) को पत्र लिखा। जिसमें उन्होंने कहा कि उनके दो दर्जन से ज्यादा सहयोगियों की मौत ऑक्सीजन न मिलने के कारण हुई। ऑक्सीजन की कमी से सैकड़ों लोग मर रहे हैं। उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र में और बेड बढ़ाने और चिकित्सा व्यवस्था और दुरुस्त करने को कहा है।

प्रशासन सब कर रहा बर्बाद

मीडिया से बात करते हुए, गिरी ने कहा, लोग ऑक्सीजन के लिए रो रहे थे और मैं उनकी मदद नहीं कर सका। मैं डीएम से निवेदन करता रहा, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। सीएम राज्य के लिए जो कर रहे हैं, वह किसी अन्य सीएम द्वारा नहीं किया गया है। उन्होंने काफी प्रयास किए हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर प्रशासन सब बर्बाद कर रहा है। जिला प्रशासन विफल साबित हो रहा है। उन्होंने कहा कि उनके संचार के बाद, तहसील प्रशासन ने कहा है कि अगले दो दिनों के अंदर कम से कम गोला के अंदर ऑक्सीजन की कमी को खत्म कर देंगे।

बृजेश पाठक ने सबसे पहले उठाया मामला

कानून मंत्री बृजेश पाठक सबसे पहले ऐसे निर्वाचित सदस्य थे जिन्होंने राज्य सरकार को पत्र लिखा। उन्होंने पत्र में लखनऊ प्रशासन की असफलता की ओर ध्यान केंद्रित करवाया। उन्होंने पत्र में लिखा कि किस तरह लखनऊ में बेड, ऑक्सीजन और इलाज न मिलने से लोगों की मौत हो रही है।

बीजेपी सांसद कौशल किशोर उठा रहे लगातार आवाज

मोहनलालगंज के बीजेपी सांसद कौशल किशोर भी लगातार इस अराजकता को लेकर मुखर हैं। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन सप्लायर्स आपूर्ति नहीं कर रहे हैं। उन्होंने सरकारी अस्पतालों पर भी ध्यान देने के लिए सीएम को पत्र लिखा। सांसद ने चुनाव आयोग से अनुरोध किया की यूपी में पंचायत चुनाव टाल दिए जाएं, हालांकि उनके अनुरोध पर कुछ नहीं हुआ। यूपी पंचायत चुनाव में ड्यूटी करने वाले 700 से ज्यादा शिक्षकों की कोरोना से मौत हो गई।

मेरठ के सांसद ने लिखा योगी को पत्र

इसी तरह, मेरठ के सांसद, राजेंद्र अग्रवाल ने सीएम को जिले में ऑक्सीजन की कमी के बारे में पत्र लिखा। उन्होंने सीएम को इस ओर ध्यान देने को कहा कि किस तरह ऑक्सीजन की कमी के कारण अस्पतालों में मरीजों की भर्ती नहीं हो रही है और वे दम तोड़ रहे हैं।

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भदोही से बीजेपी विधायक ने उठाए थे सवाल

इस सप्ताह की शुरुआत में, औराई, भदोही के बीजेपी विधायक दीनानाथ भास्कर ने सीएम को पत्र लिखकर भदोही के भाजपा जिला सचिव की कोविड से संबंधित मौत की जांच की मांग की थी। बीजेपी के जिला सचिव का 27 अप्रैल को भदोही के एक अस्पताल में निधन हो गया था।