Bengal Politics: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की बुधवार को विपक्षी गठबंधन से अलग होकर चुनाव लड़ने की घोषणा को लेकर बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख और उत्तर बंगाल पार्टी प्रभारी अमित मालवीय ने ममता बनर्जी और विपक्षी गठबंधन पर हमला बोला है। मालवीय ने कहा कि यह हताशा का संकेत है।
बुधवार को मालवीय ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट एक्स पर लिखा कि पश्चिम बंगाल में अकेले लड़ने का ममता बनर्जी का फैसला हताशा का संकेत है। अपनी राजनीतिक जमीन बरकरार रखने में असमर्थ वह सभी सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती हैं, इस उम्मीद में कि वह चुनाव के बाद भी प्रासंगिक बनी रह सकें।
काम नहीं आई दिल्ली की यात्रा
मालवीय ने कहा है कि विपक्षी गठबंधन का चेहरा बनकर उभरने की उनकी इच्छा के विपरीत किसी ने उनका नाम प्रस्तावित नहीं किया। अपनी राष्ट्रीय छवि बनाने के लिए उनकी दिल्ली की कई यात्राएँ काम नहीं आईं। वह चुनाव के बाद की हिंसा के खून को छिपा नहीं सकीं और तुष्टीकरण की राजनीति की दुर्गंध से खुद को मुक्त नहीं कर सकीं।
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अमित मालवीय ने राहुल गांधी पर भी बोला हमला
चेहरा बचाने के लिए ममता ने मल्लिकार्जुन खड़गे की वकालत की और खुद को इस प्रक्रिया से बाहर कर लिया। उन्हें एहसास हुआ कि उनकी इच्छा के बावजूद, विपक्षी खेमे में उनके लिए कोई जगह नहीं है और वह लंबे समय से अपने को बाहर निकलने के लिए जमीन तैयार कर रही थी।
अमित मालवीय ने राहुल गांधी पर भी हमला बोला- “तथ्य यह है कि राहुल गांधी के बंगाल में सर्कस आने से ठीक पहले उनकी अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा आईएनडीआई गठबंधन के लिए मौत की घंटी है।”
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