कोलकाता: यूक्रेन संकट से सुरक्षित निकाल कर लाए गए पश्चिम बंगाल के छात्रों की इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई राज्य सरकार पूरी करवाएगी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को नेताजी इनडोर स्टेडियम में यूक्रेन से लौटे 300 से अधिक छात्रों के साथ बात करने के दौरान यह बात कही हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि छात्रों की फीस में भी रियायत दी जाएगी। बनर्जी ने कहा है कि इस बाबत मेडिकल काउंसिल को पत्र लिखेंगी। उन्होंने कहा कि वह मेडिकल कॉलेजों में सीटों की संख्या बढ़ाने को लेकर भी पत्र लिखेंगी। राज्य सरकार ने मानवता के आधार पर यह निर्णय लिया है। यदि जरूरत पड़ी तो वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी पत्र लिखेंगी। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि केंद्र सरकार मानवीयता के आधार पर इन छात्रों की फिर से पढ़ाई शुरू करने की व्यवस्था लेने में मदद करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं यहां इंजीनियरिंग की पढ़ाई की व्यवस्था करूंगी। मैं व्यवस्था करूंगी, ताकि इसमें कम पैसे लगे। पैसों के मामले में एक सीमा तय की जाएगी। मेडिकल के अंतिम वर्ष में पढ़ने वाले छात्रों के लिए सरकारी मेडिकल कॉलेजों में जगह दी जाएगी। इंटर्नशिप की अनुमति दी जाएगी। उनकी काउंसिलिंग कराई जाएगी। मेडिकल काउंसिल को पत्र लिखेंगे, ताकि चौथे और पांचवें वर्ष के मेडिकल के छात्रों को यहां इंटर्नशिप करने की अनुमति दी जाए। छठे वर्ष के छात्रों के लिए भी यही किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जो लोग ऑफलाइन पढ़ाई करना चाहते हैं उनके लिए हम व्यवस्था कर सकते हैं। हम ऑनलाइन व्यवस्था भी कर सकते हैं।
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उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार पहले ही घोषणा कर चुकी है कि यूक्रेन से लौटे छात्रों के मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने की व्यवस्था केंद्र सरकार करेगी। इस बीच ममता बनर्जी का इस बावत केंद्र को पत्र लिखने की घोषणा सवालों के घेरे में है।
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