सिडनीः इंग्लैंड के हरफनमौला खिलाड़ी बेन स्टोक्स ने स्पष्ट रूप से कहा है कि उनकी कभी भी कप्तान बनने की इच्छा नहीं है। उन्होंने कहा कि जो रूट को तीन टेस्ट मैचों में मिली हार के कारण अपनी कप्तानी छोड़ने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए। पहले तीन टेस्ट मैच हारने के बाद टीम ने पांच टेस्ट मैचों की सीरीज गंवा दी है। टीम ने ब्रिस्बेन में शुरुआती टेस्ट नौ विकेट से गंवा दिया। वहीं, दूसरा टेस्ट एडिलेड में 275 रन से और तीसरा बॉक्सिंग डे टेस्ट एमसीजी में 14 रन से हार गई थी। इंग्लैंड के कई खिलाड़ियों ने रूट को कप्तान के रूप में हटाने की आलोचना की है।
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सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर चौथा टेस्ट शुरू होने से दो दिन पहले स्टोक्स ने सोमवार को सेन डॉट कॉम डॉट एयू के हवाले से कहा, “कप्तान बनने की मेरी कभी कोई महत्वाकांक्षा नहीं रही है। कप्तानी छोड़ने का फैसला जो रूट का है और उन्हें ऐसा करने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए। जाहिर है कि यह सीरीज उनके लिए अच्छी नहीं रही, लेकिन मैच को जीतना सिर्फ उनके हाथ में नहीं हैं, बल्कि और भी टीम में दस खिलाड़ी है। सभी को एक साथ मिलकर सीरीज जीतने के लिए योजना पर काम करना चाहिए था।”
रूट ने 2021 में खेले गए मैचों में सर्वाधिक 1,708 टेस्ट रन बनाए। 31 साल के रूट इंग्लैंड के सबसे लंबे समय तक टेस्ट खेलने वाले कप्तान बन जाएंगे। वे पांच जनवरी को चौथा टेस्ट शुरू होने पर एलिस्टेयर कुक के 59 मैचों के रिकॉर्ड को तोड़ेंगे। इंग्लैंड के पूर्व महान खिलाड़ी जेफ्री बॉयकॉट और माइकल एथरटन ने हाल ही में इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) को कप्तान के रूप में रूट को हटाने का दबाव डाला है। स्टोक्स ने कहा, “कप्तानी का मतलब फील्ड सेट करना और टीम चुनने का निर्णय लेना होता है। एक कप्तान वह होता है जिसके लिए आप बाहर जाकर खेलना चाहते हैं और इसके लिए मैं रूट के साथ हमेशा खेलना चाहूंगा।”
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