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आस्था का केंद्र बिंदु बना बागेश्वर धाम

हमारे देश में बहुत से सिद्ध धाम हैंए जहाँ देशवासी पूरी श्रद्धा के साथ दर्शन के लिए जाते हैं। इन धामों में जाकर सभी श्रद्धालु अपने-अपने कष्टों से मुक्ति प्राप्त करते हैं। ऐसे ही धामों में से एक है दिव्य दरबार बागेश्वर धाम सरकारए जिस से लाखों लोगों की श्रद्धा जुडी है। यह सुप्रसिद्ध धाम भगवान बालाजी यानी हनुमान जी का मंदिर हैए जो कि मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित है। यह एक पावन और प्रमुख तीर्थस्थल हैए जहां बड़ी संख्या में लोग अपनी अपनी समस्याओं और मन्नतों के लिए आते हैं। यहां आने वाले श्रद्धालुओं की सभी समस्याओं का निराकरण किया जाता है। इस प्रसिद्ध मंदिर में बागेश्वर धाम महाराज और बागेश्वर धाम सरकार गुरूजी का नाम धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री हैए जिनके दर्शन के लिए विभिन्न क्षेत्रों से हजारों की संख्या में लोग आते हैं। इस मंदिर या धाम में आने के लिए भक्तों को अर्जी लगानी होती है तथा अर्जी स्वीकार होने पर उन्हें निःशुल्क टोकन मिलता हैए जिसके लिए भक्त धाम पर जाकर अपनी अर्जी लगाकर टोकन प्राप्त कर सकते हैं। जिसके बाद टोकन के अनुसार निर्धारित समय पर श्रद्धालुओं को बागेश्वर धाम पहुंचना होता हैए यहाँ धीरेंद्र शास्त्री द्वारा बिना भक्तों के बताए उनकी समस्याओं का समाधान किया जाता है।

आपको बता दें किए बागेश्वर धाम दर्शन के लिए आने वाले भक्तों को मंदिर की सेवा समिति द्वारा टोकन जारी किए जाते हैंए इसके लिए टोकन लेना जरुरी होता है। मंदिर की तरफ से दिए जाने वाले टोकन प्रत्येक महीने की किसी विशेष तारीख और दिन पर वितरित किए जाते हैं। इसके लिए आप मंदिर के कर्मचारियों द्वारा टोकन के लिए समय और तारीख की जानकारी प्राप्त कर सकते हैंए कर्मचारियों द्वारा दी गई जानकारी प्राप्त करके आप उस दिन धाम जाकर टोकन ले सकते हैं और मंदिर दर्शन कर सकते हैं। इसके पश्चात टोकन प्राप्त होने पर आपकी अर्जी बागेश्वर धाम में लग जाती है।
अगर आप भी बागेश्वर धाम सरकार छतरपुर आने के लिए अर्जी लगाना चाहते हैंए तो इसके लिए मंदिर के महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बताया है की आप घर बैठे भी अपनी अर्जी लगा सकते हैंए जिसके तहत अर्जी लगाने के लिए आप यहाँ नीचे गई प्रक्रिया का अनुसरण कर इस प्रक्रिया को पूरा कर सकेंगे।
ऽ बागेश्वर धाम में पर्ची लगाने की प्रक्रिया बेहद सरल है। यहां आपको एक पर्ची पर अपनी समस्या लिखकर उसे लाल कपड़े में नारियल के साथ बांधकर यहां परिसर में रखना होता है। यहां पर आपको लालए पीले और काले कपड़े में बंधे हुए नारियल मिल जाएंगे। इसके पीछे की वजह यह है कि अगर आपकी अर्जी सामान्य है तो और लाल कपड़े में नारियल बांधेंए अगर शादी.विवाह से जुड़ी अर्जी है तो नारियल को पीले कपड़े में बांधें और अगर अर्जी प्रेत बाधा से जुड़ी है तो नारियल को काले कपड़े में बांधें।
– इस दौरान आपको अपनी अर्जी ;मनोकामना जिस भी चीज के लिए अर्जी डाल रहे हैंद्ध के बारे में ध्यान करते हुए इसे लपेटना होगा।
– अब मनोकामना मांगने के बाद आपको भगवान बागेश्वर धाम सरकार का एक माला का जाप ;ॐ बागेश्वर नमः करते हुएद्ध करना है और नारियल को अपने पूजा स्थल पर रख देना है।
– इस तरह आपकी बागेश्वर धाम में अपनी अर्जी की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
इन प्रक्रियाओ को पूरा करने के बाद आपकी अर्जी लगी है या नहीं पता करने के लिए आपको यहाँ निम्नलिखित घटनाओं पर देना होगा।
– अर्जी स्वीकार हुई की नहीं इसके लिए आपको ध्यान देना होगा की कहीं आपको लगातार सपने में दो दिन तक भगवान हनुमान वानर रूप में दिखाई तो नहीं दिए।
– अगर आपको इस तरह की घटनाओं का अनुभव होता है तो समझ जाएं आपकी अर्जी बागेश्वर धाम सरकार मंदिर में स्वीकार कर ली गई है।
बता दें कि बागेश्वर धाम सरकार मंदिर की कथा आप दो माध्यम से सुन सकते हैं और यहां हम आपको दोनों माध्यम के बारे में बताने जा रहे हैं। इंटरनेट पर ऑनलाइन माध्यम से आप बागेश्वर धाम सरकार मंदिर के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर जाकर भगवान बागेश्वर धाम सरकार की कथाए आरती और दर्शन का अनुभव कर सकते हैं। इसके लिए आपको बागेश्वर धाम सरकार के यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करना होगा। आप यदि टीवी के माध्यम से बागेश्वर धाम सरकार की कथा और आरती देखना चाहते हैंए तो आप संस्कार और आस्था टीवी चैनल के माध्यम से ऐसा कर सकते हैं। टीवी चैनल पर मंदिर के महाराज धीरेंद्र कृष्ण के द्वारा श्री मद्भागवत कथा का वाचन किया जाता है। कथा वाचन का टीवी चैनल पर लाइव प्रसारण किया जाता है। आप टीवी पर संस्कार और आस्था टीवी चैनल के माध्यम से कथा और आरती एवं दर्शन का लाभ उठा सकते हैं। बागेश्वर धाम का दरबार मंगलवार और शनिवार को लगता है। मान्यता है कि अगर आपको भगवान बालाजी से कुछ मांगना है या किसी समस्या का निवारण करना है तो अर्जी लगानी होती है।

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बागेश्वर धाम पहुंचने के लिए रखें इन बातों का ध्यान

बागेश्वर धाम पहुंचने से दो किलोमीटर पहले ही गाड़ियों को भीड़ के कारण रोक दिया जाता है। सुबह 08 बजे के पहले आप गाड़ी लेकर मंदिर के पीछे तक जा सकते हैंए वरना दो किलो मीटर पहले ही पार्किंग में निजी वाहन को खड़ा करके आप पैदल या फिर टैक्सी से जा पाएंगे। भीड़ के कारण टैंपो मिलना कुछ मुश्किल हो सकता हैए इसलिए आपको पैदल यात्रा करनी पड़ सकती है। बागेश्वर धाम में अर्जी पूरी करने के लिए जब आप जाते हैंए तो वहाँ रहने के लिए भी आपको व्यवस्था मिल जाएगी। बागेश्वर धाम में कई जगह रैन बसेरा बना हुआ हैए जहाँ आपको निवास के लिए जगह मिल जाएगी। इसके अलावा बागेश्वर धाम में सुबह 10 बजे और रात को 08 बजे भोजन में प्रसाद दिया जाता है तथा यदि आप किसी होटल में रुकना चाहते हैं तो आपको बागेश्वर धाम से 30 किलोमीटर दूर खजुराहो में होटल मिल जाएँगेए यहाँ आप अपनी सुविधा अनुसार रह सकते हैं। इसी के साथ अगर आप बागेश्वर धाम सरकार मंदिर जाना चाहते हैंए तो सड़क मार्ग के जरिए या ट्रेन या हवाई मार्ग से भी यहां पहुंच सकते हैं। बागेश्वर धाम ट्रेन से जाना चाहते हैं तो सबसे पास छतरपुर रेलवे स्टेशन अथवा खजुराहो रेलवे स्टेशन है। इस रेलवे स्टेशन से आपको टैक्सी या बस आसानी से मिल जाएगी। बागेश्वर धाम मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले से 25 किलोमीटर खजुराहो.पन्ना रोड पर गंज नाम का छोटा सा कस्बा स्थित हैए यहाँ से 03 किलोमीटर एक दूसरे बड़े गाँव जाने के बाद बागेश्वर धाम के दर्शन होते हैं। आप चाहे तो गूगल मैप की सहायता से भी बागेश्वर धाम सरकार का रास्ता पता लगा सकेंगेए जिसके लिए आपको स्थान का पता गूगल मैप में टाइप करेंगे तो आपको इसकी पूरी जानकारी मिल जाएगी। अगर आप अपने खुद के निजी वाहन से बागेश्वर धाम जाना चाहते हैंए तो आप सीधे गूगल मैप में बागेश्वर धाम की लोकेशन सर्च कर सकेंगेए लोकेशन मिलने के बाद आपको पहले छतरपुर आना होगा। छतरपुर पहुंचने के बाद यहां से 25 किलोमीटर दूर खजुराहो पन्ना मार्ग पर पहुँचना होगाए जिसके बाद आपको बड़ा टावर दिखाई देगा और यहाँ से आप 03 किलोमीटर अंदर आने के बाद बागेश्वर धाम पहुंच जाएंगे।

ज्योति प्रकाश खरे

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