Sharad purnima celebrations in jaipur: जयपुर के करणी विहार थाना इलाके में एक मंदिर में शरद पूर्णिमा उत्सव मना रहे लोगों पर गुरुवार रात असामाजिक तत्वों ने धारदार हथियारों और लाठियों से हमला कर दिया। हमले में आठ लोग घायल हो गए। घायलों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कुछ स्वयंसेवक भी शामिल हैं। घायलों को इलाज के लिए सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने इस मामले में दो हमलावरों को हिरासत में लिया है।
निहत्थे लोगों पर किया हमला
पुलिस के अनुसार जयपुर के करणी विहार थाना इलाके में स्थित निम्बार्क नगर के शिव मंदिर में गुरुवार रात शरद पूर्णिमा उत्सव चल रहा था। कार्यक्रम के बाद प्रसाद के रूप में खीर बांटने की तैयारी की जा रही थी। इस दौरान पड़ोस में रहने वाले नसीब सिंह चौधरी और बेटे भीष्म चौधरी ने आपत्ति जताई।
इस पर कहासुनी हो गई, लोगों ने समझाने का प्रयास किया तो नसीब चौधरी और भीष्म ने अपने परिजनों और अन्य लोगों को बुला लिया। थोड़ी ही देर में बड़ी संख्या में लोग धारदार हथियार लेकर वहां पहुंच गए और निहत्थे लोगों पर हमला कर दिया। इस हमले में आठ लोग घायल हो गए।
गुस्साए लोगों ने किया दिल्ली-अजमेर हाईवे जाम
शंकर बागड़ा, मुरारीलाल, राम पारीक, लाखन सिंह जादौन, पुष्पेंद्र और दिनेश शर्मा समेत सभी घायलों का सवाई मानसिंह अस्पताल (एसएमएस) में इलाज चल रहा है। हमलावरों ने खीर के बड़े बर्तन को लात मारकर फेंक दिया और गाली-गलौज भी की।
हमले की खबर मिलते ही बड़ी संख्या में लोग मौके पर जमा हो गए। गुस्साए लोगों ने दिल्ली-अजमेर हाईवे जाम कर दिया। करणी विहार थाने के बाहर प्रदर्शन किया। हालांकि समझाइश के बाद करीब डेढ़ बजे यातायात बहाल हो गया।
घायल ने बताई आपबीती
घायल दिनेश शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम शांतिपूर्ण चल रहा था। इसी दौरान मंदिर के पड़ोस में रहने वाले नसीब चौधरी और उसके साथियों ने अचानक मुझ पर हमला कर दिया। मेरे हाथ के पास सीने में चाकू लगे हैं, जिन पर टांके लगे हैं।
एक अन्य घायल शंकर लाल ने बताया कि हमलावरों ने मेरे सीने में चाकू मारे हैं। मुझे आठ टांके लगे हैं। चाकू दिल पर लगने से बच गया, नहीं तो मेरी जान भी जा सकती थी।
यह भी पढ़ेंः-Bahraich Violence: बहराइच हिंसा के मुख्य आरोपी सरफराज-तालिब का एनकाउंटर, भाग रहे थे नेपाल
जागरण की तेज आवाज बताई जा रही वजह
एडिशनल कमिश्नर (प्रथम) कुंवर राष्ट्रदीप के अनुसार मंदिर के पास ही मकान में नसीब चौधरी अपने परिवार के साथ रहते हैं। शुरुआती जांच में पता चला है कि मंदिर में जागरण के दौरान आवाज काफी तेज थी। आवाज कम करने के लिए पिता-पुत्र समझाने गए तो विवाद हो गया।
पुलिस ने हमलावर नसीब सिंह चौधरी और उसके बेटे भीष्म को हिरासत में लिया है। अन्य हमलावरों की तलाश की जा रही है। प्रॉपर्टी के कारोबार से जुड़ा नसीब पहले भी जेल जा चुका है। फिलहाल इलाके में शांति है। मामले की जांच की जा रही है।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)