Bahraich Violence, बहराइच: यूपी के बहराइच में 13 अक्टूबर को हुई हिंसा के मुख्य आरोपी सरफराज और तालिब का पुलिस ने गुरुवार को एनकाउंटर कर दिया। इन दोनों पर बहराइच में मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई हिंसा में रामगोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या करने का आरोप था। हिंसा के बाद से ही दोनों फरार थे। सरफराज (Sarfaraz ) और उसके साथियों पर रामगोपाल मिश्रा की गोली मारकर बेरहमी से हत्या करने का आरोप है।
नेपाल भागने की फिराक में था सरफराज
सूत्रों की मानें तो सरफराज उत्तर प्रदेश पुलिस से बचने के लिए नेपाल भागने की फिराक में था, लेकिन पुलिस मुठभेड़ में वह घायल हो गया। पुलिस-प्रशासन ने लोगों से अफवाहों से दूर रहने और किसी भी तरह की भ्रामक सूचनाओं पर विश्वास न करने की अपील की है। साथ ही सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही भ्रामक पोस्ट पर कड़ी नजर रखी जा रही है। प्रशासन ने चेतावनी दी है कि अगर कोई व्यक्ति गलत सूचना फैलाता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
13 अक्टूबर को हुई थी हिंसा
गौरतलब है कि 13 अक्टूबर को मूर्ति विसर्जन के दौरान हुए उपद्रव में समुदाय विशेष की ओर से चलाई गई गोली से रामगोपाल की मौत हो गई थी। दंगा शांत करने के लिए महाराजगंज में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। शासन की ओर से भेजे गए पुलिस के आला अधिकारी घटना स्थल की पल-पल की जानकारी ले रहे हैं।
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सीएम योगी (Cm Yogi) ने मृतक के परिजनों से की मुलाकात
वहीं, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहराइच हिंसा में जान गंवाने वाले राम गोपाल मिश्रा के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें भरोसा दिलाया कि इस हिंसा में शामिल आरोपियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। इसके अलावा सरकार ने मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता देने की भी घोषणा की। परिजनों ने मुख्यमंत्री से कहा कि जब तक राम गोपाल की हत्या करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं होती, उनका गुस्सा थमने वाला नहीं है।