कैथल: शनिवार को बिजली चोरी पकड़ने के अभियान के पहले दिन ही कलायत उपमंडल के गांव ढूंढवा के लोगों ने बिजली निगम की टीम को घेर कर उस पर हमला कर दिया। बिजली चोरी की शिकायतों पर रेड करने पहुंची टीम को ग्रामीणों ने गांव से बाहर ही घेर लिया। बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने गंडासी, डंडे, ईंट-पत्थर लेकर बिजली निगम की विजिलेंस टीम पर धावा बोल दिया।
इस दौरान विजिलेंस की बोलेरा गाड़ी के शीशे तोड़ डाले और कर्मचारियों पर हमला कर दिया। इस हमले में कलायत बिजली निगम के एसडीओ अजय सिंह, लाइनमैन आजाद और हेड कांस्टेबल गुरचरण सिंह को चोटें आई हैं। तीनों को कलायत के उपमंडल नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शुक्रवार को बिजली निगम की ओर से कलायत शहर और उपमंडल के गांवों में बिजली चोरी पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाने की रूपरेखा बनाई गई थी। इसके चलते अधिकारी-कर्मचारी और विजिलेंस के अधिकारी शनिवार को सुबह ही बिजली निगम के कार्यालय में इकट्ठा हुए। यहां से 20 टीमें बनाकर अलग-अलग दिशा में रवाना हुए।
ग्रामीणों को पहले ही मिल गई थी टीम की सूचना
गांव ढूंढवा की तरफ टीम के जाने बारे में ग्रामीणों को पहले ही सूचना मिल गई थी कि चोरी पकड़ने टीम पहुंच रही है। बड़ी संख्या में ग्रामीण गांव के ही बाहर ही तालाब के पास जमा हो गए। जैसे ही टीम की गाड़ी तालाब के पास पहुंची तो ग्रामीणों ने हमला बोल दिया। सभी ने अपने मुंह ढके हुए थे। हमला करने वालों में गांव की महिलाएं भी शामिल थीं। चोरी पकड़ने के लिए ग्रामीण क्षेत्र में जाने वाली टीमों पर हमलों की घटनाएं बढ़ रही हैं।
छह मार्च 2022 को ही मुख्यमंत्री के गोद लिए गांव क्योड़क में ग्रामीणों ने टीम पर हमला कर दिया था। इस हमले निगम के एसडीओ घायल हो गए थे। इसी गांव में छह अगस्त को भी फिर से टीम पर इसी तरह हमला कर दिया गया था। वर्ष 2017 में राजौंद के गांव सौंगल में बिजली निगम की टीम पर हमला किया गया था। इसी वर्ष फरवरी माह में कलायत के ही गांव हरीपुरा में भी बिजली निगम की टीम पर हमला किया गया था।
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