Ghaziabad : क्राइम ब्रांच पुलिस ने शनिवार को अवैध हथियारों की तस्करी करने वाले एक अंतरराज्यीय तस्कर गिरोह का पर्दाफाश किया। पुलिस ने इस गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 04 पिस्टल मैगजीन और 06 तमंचे बरामद किये हैं। यह गिरोह पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली एनसीआर में हथियारों की तस्करी करता है।
ऐसे करते थे हथियार तस्करी
एडीसीपी (अपराध) सच्चिदानंद ने बताया कि गिरफ्तार हथियार तस्करों में अनस निवासी सरला रोड मोहल्ला तेलियान निकट नमरा मस्जिद मुरादनगर, अनस पहलवान निवासी रावली रोड जीतपुर रामा कृष्ण गार्डन मुरादनगर, आरिफ निवासी मोहल्ला कुरैशियान फरुखनगर थाना टीलामोड़ और इनाम निवासी मिल्लू का पुरवा शामिल हैं।
पूछताछ में अनस ने बताया कि उसने दिल्ली यूनिवर्सिटी से मास कम्युनिकेशन में ग्रेजुएशन किया है। दिल्ली से पढ़ाई कर लौटने के बाद उसकी दोस्ती आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों से हो गयी। इसी बीच उसकी मुलाकात मेरठ के अमन उर्फ अन्नू से हुई, जो बिहार और मध्य प्रदेश से पिस्तौल की तस्करी कर सप्लाई करता था। उससे मिलने के बाद वह आसपास के इलाकों में पिस्तौल की तस्करी और बिक्री भी करने लगा। 2021 में मुरादनगर में शाहरुख की हत्या के आरोप में उसे जेल हुई थी।
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आपसे में बांट लेते थे मुनाफा
जेल से छूटने के बाद उसकी मुलाकात अनस गाजी पहलवान से हुई, जो हत्या, रंगदारी और हत्या के प्रयास आदि मामलों में जेल जा चुका है। मोईन निवासी बिजली बंबा मेरठ और अमन उर्फ अन्नू निवासी हुमायूं नगर मेरठ मिलकर तमंचे और तमंचे लेकर आते हैं। मेरठ से इनाम निवासी डासनागेट गाजियाबाद, आरिफ निवासी फरुखनगर और अंकित निवासी गांव शेरपुर पंगा निवाड़ी गाजियाबाद के माध्यम से आगे बेचते हैं।
आरोपियों ने पूछताछ पर बताया कि बिहार और मध्य प्रदेश से पिस्टल की तस्करी करने वाले मेरठ के अमन उर्फ अन्नू और मोईन से हमने पिस्टल .32 बोर 30 से 32 हजार रुपये और पिस्टल 40 से 45 हजार रुपये और पिस्टल 2200 रुपये में खरीदी थी। वे इसे आगे 4,500 रुपये में बेचते हैं और जो भी मुनाफा होता है उसे आपस में बांट लेते हैं, जिससे अपने खर्च और शौक पूरे होते हैं।