कोलकाताः सोमवार को कोलकाता में एक उद्योग केंद्रित परिचर्चा में शामिल होने पहुंचे केंद्रीय वित्त एवं कारपोरेट मामलों के राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा है कि पश्चिम बंगाल का आर्थिक भविष्य निवेशकों के अनुकूल माहौल पर निर्भर करता है जो व्यवसायों को प्रोत्साहित करता है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बंगाल के लिए यह निर्णय लेने का समय है। निवेश के अनुकूल नीतियां बनाएं और उसका क्रियान्वयन करें तभी विकास संभव है। उन्होंने कहा कि बंगाल के प्रत्येक निवासी को यह पूछने की आवश्यकता है कि उद्योगपति पश्चिम बंगाल में निवेश करने में क्यों हिचकते हैं।
उन्होंने कहा कि बंगाल उद्यमशीलता के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण कब करेगा? क्या उद्योग जगत को स्थानीय गुंडों द्वारा परेशान किया जाएगा और उन पर हमला किया जाएगा? अगर ऐसा ही चलता रहा तो लोग कैसे निवेश करेंगे? क्यों बंगाल नवाचार को नहीं अपना रहा? ठाकुर ने कहा कि निवासियों को निर्णय लेने, बहस करने और निर्णायक कार्रवाई करने की आवश्यकता है। बंगाल का आर्थिक भविष्य एक निवेशक-अनुकूल नीति और निवेश लायक वातावरण पर निर्भर करता है जो व्यवसायों को प्रोत्साहित करता है। कोलकाता में बंगाल चैंबर ऑफ कॉमर्स को संबोधित करते हुए उन्होंने उक्त बातें कहीं।
मोदी सरकार की उपलब्धि पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि भारत 2014 में ‘फ्रैजाइल फाइव’ से ‘विश्वसनीय भागीदार’ बन गया है। यह मोदी सरकार का लक्ष्य है कि वह साहसिक, निर्णायक, सुविचारित नीतिगत निर्णय ले। 2014 में, जब हम पहली बार सत्ता में आए, तो हमें एक जर्जर अर्थव्यवस्था विरासत में मिली, जो ‘फ्रेजाइल’ का हिस्सा थी।” उन्होंने कहा, “हर देश और हर कंपनी एक ‘विश्वसनीय साथी’ चाहती है और वह भागीदार भारत है।”