मुरादाबादः मौसमी इन्फ्लूएंजा के इलाज के लिए सभी सरकारी अस्पतालों में पुख्ता इंतेजाम हैं। स्वास्थ्य विभाग ने निजी अस्पतालों को भी अपने यहां व्यवस्थाएं बनाए रखने के निर्देश दिए हैं, जिससे मरीजों को किसी भी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े।
शनिवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एमसी गर्ग ने बताया कि सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधीक्षकों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने यहां पूरी व्यवस्था बनाए रखें। साथ ही तीर्थंकर महावीर मेडिकल कॉलेज, आईएमए सचिव, फोटोन हॉस्पिटल, कॉसमॉस अस्पताल, क्रेस्ट हॉस्पिटल, कोठीवाल डेंटल कॉलेज, विवेकानंद अस्पताल, सिद्ध हॉस्पिटल, श्री सांई हॉस्पिटल, अपेक्स हॉस्पिटल और स्लेक्ट हॉस्पिटल में भी पत्र भेजकर तैयारियां पूरी करने के लिए कहा है। इन अस्पतालों को पुष्ट केसों की सूचना रोज आईडीएसपी की आईडी पर अपडेट करने के लिए कहा है।
क्या है मौसमी इन्फ्लूएंजा
जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. प्रवीण श्रीवास्तव ने बताया कि इन्फ्लुएंजा (फ्लू) संक्रामक वायरल श्वसन रोग है। इसे मौसमी फ्लू के नाम से भी जाना जाता है। इसके लक्षण बुखार, सिर दर्द, उल्टी, बदन दर्द आदि हैं। जब लोग बात करते हैं, खांसते हैं और छींकते हैं तो वायरस संक्रमित व्यक्ति से फैलता है। फ्लू का मौसम आमतौर पर अप्रैल से सितंबर तक रहता है। इस बीमारी के लिए अतिसंवेदनशील श्रेणी में छोटे बच्चे, बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोग शामिल हैं।
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