Afghanistan Avalanche, काबुलः अफगानिस्तान के पूर्वी प्रांत नूरिस्तान में सोमवार हिमस्खलन ने भारी तबाही मचाई। इस हादसे में करीब 25 लोगों की जान चली गई जबकि 10 से ज्यादा लोग घायल हो गए। नूरिस्तान में तातिन घाटी के नाकरे गांव में रात भर हुए हिमस्खलन के कारण कई घर बर्फ और मलबे की परतों के नीचे दब गए।
हिमस्खलन से बड़े पैमाने पर हुई तबाही
रिपोर्ट के अनुसार संस्कृति के प्रांतीय प्रमुख जमीउल्लाह हाशिमी ने कहा कि अभी भी बर्फबारी हो रही है। राहत एवं बचाव कार्य जारी है। मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। करीब 20 घर जमींदोज हो गए हैं। गांव में बड़े पैमाने पर तबाही हुई है। कई परिवार विस्थापित हो गये हैं। नूरिस्तान प्रांत के लोक निर्माण विभाग के प्रमुख मौलवी मोहम्मद नबी अदेल ने कहा कि फिलहाल मौसम प्रतिकूल है।
राहत एवं बचाव कार्य जारी
इसलिए नूरिस्तान में हेलीकॉप्टर नहीं उतर सकते। अवरुद्ध सड़कों के कारण बचाव अभियान और भी जटिल हो गया है। गौरतलब है कि यह पाकिस्तान की सीमा पर स्थित नूरिस्तान प्रांत का एक ऊबड़-खाबड़ पहाड़ी इलाका है। यह प्राकृतिक आपदाओं के प्रति संवेदनशील है। जमीउल्लाह हाशिमी ने कहा है कि छह घरों के मलबे में अब भी 25 से 30 शव दबे हुए हैं। पंजशीर के सुरक्षा कमान के एक प्रवक्ता ने बताया कि इस प्रांत में हिमस्खलन के कारण दो खनिकों की मौत हो गई और एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया।
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तालिबान शासन में महिलाओं की स्थिति दयनीय
बता दें कि तालिबान शासन में अफगानिस्तान की अर्थव्यवस्था लगातार खराब हो रही है। वहीं, अफगानिस्तान में सत्ता पर काबिज तालिबान के आदेश के कारण अफगान महिलाएं घर से बाहर निकलने से डरती हैं या असुरक्षित महसूस करती हैं। कतर की राजधानी दोहा में बैठक से पहले अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र मिशन की ओर से जारी एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है।
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