शिमलाः हिमाचल प्रदेश में जंगली मुर्गे (Wild chicken) को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। इस मुद्दे पर विपक्षी पार्टी भाजपा ने आक्रामक रुख अपनाया है। भाजपा का दावा है कि शिमला जिले के चौपाल उपमंडल के दूरदराज क्षेत्र कुपवी के टिक्कर गांव में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के रात्रि भोज में कथित तौर पर चिकन परोसा गया था। शिमला पुलिस ने मुख्यमंत्री के फर्जी डिनर मेन्यू को सोशल मीडिया पर वायरल करने के आरोप में छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
Wild chicken controversy: शीतकालीन सत्र के दौरान प्रदर्शन
एफआईआर में भाजपा विधायक सुधीर शर्मा का भी नाम है। इस मुद्दे पर विपक्षी पार्टी भाजपा के विधायकों ने धर्मशाला में चल रहे शीतकालीन सत्र के दौरान गुरुवार को अनोखा विरोध प्रदर्शन किया। विधानसभा सत्र की दूसरी बैठक में सदन से निकलने से पहले विपक्षी पार्टी भाजपा के विधायकों ने हाथों में जंगली मुर्गे के पोस्टर लहराते हुए विरोध प्रदर्शन किया और सरकार पर निशाना साधा। भाजपा ने कहा कि जंगली मुर्गे का शिकार करना गैरकानूनी है और सरकार को मुर्गे को मारकर खाने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करनी चाहिए थी। लेकिन सरकार ने इसके बजाय एक भाजपा विधायक और इस मामले को उजागर करने वाले मीडिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी, जो सरासर गलत है।
जयराम ठाकुर ने प्रदर्शन के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि जंगली मुर्गा वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत आता है। ऐसे में सरकार को जंगली मुर्गे का शिकार करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए थी। लेकिन सरकार ने भाजपा विधायक सुधीर शर्मा और मीडिया कर्मियों व संस्थानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी है, जो निंदनीय है। उन्होंने कहा कि सरकार को तुरंत एफआईआर रद्द कर दोषी लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार पत्रकारों की आवाज दबाने का काम कर रही है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा इस मामले को सदन के अंदर भी प्रमुखता से उठाएगी।
भाजपा विधायक समेत छह लोगों के खिलाफ FIR
शिमला की कुपवी पुलिस ने जंगली मुर्गे से जुड़े विवाद में धर्मशाला के विधायक सुधीर शर्मा और मीडिया कर्मियों समेत छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। यह एफआईआर कुपवी की कुलग पंचायत की प्रधान सुमन चौहान और नीतू परमार की शिकायत पर भारतीय दंड संहिता की धारा 353 (2) और 356 के तहत कुपवी थाने में दर्ज की गई है। प्रधान सुमन चौहान ने बताया कि 13 दिसंबर को मुख्यमंत्री कुपवी दौरे के दौरान टिक्कर गांव में रुके थे, जहां उनके लिए पारंपरिक भोजन तैयार किया गया था।
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जिसमें जंगली मुर्गे परोसे जाने की बात कही गई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने मुख्यमंत्री के खाने का फर्जी मेन्यू सोशल मीडिया और प्रिंट मीडिया पर शेयर किया, जिससे क्षेत्र के पारंपरिक खान-पान और संस्कृति को नुकसान पहुंचा है। महिला प्रधान ने कहा कि जिस जंगली मुर्गे की बात की जा रही है, वह इस क्षेत्र में नहीं पाया जाता।
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