Sunday, December 15, 2024
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16 करोड़ का बंगला, 60 लाख के गहने…धनकुबेर निकला नोएडा अथॉरिटी का निलंबित OSD

Noida News : नोएडा विकास प्राधिकरण के पूर्व विशेष कार्याधिकारी (OSD) रविंद्र सिंह यादव (Ravindra Singh Yadav) के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में विजिलेंस टीम ने रविवार को नोएडा आवास और इटावा स्थित एक स्कूल पर छापेमारी कर बड़ा खुलासा किया। इस दौरान उनके 16 करोड़ के घर से 60 लाख के गहने और 2.5 लाख नकद बरामद हुए। साथ ही करोड़ों की संपत्ति के कई अहम दस्तावेज और साक्ष्य जब्त किए गए हैं। इससे पहले चल रही विजिलेंस जांच में शनिवार को बड़ा खुलासा हुआ।

Noida News : छापेमारी में करोड़ों की संपत्ति का खुलासा

एसपी विजिलेंस के मुताबिक जांच में पता चला है कि रविंद्र सिंह यादव ने 1 जनवरी 2005 से 31 दिसंबर 2018 तक 94.49 लाख रुपये की वैध आय अर्जित की, जबकि इस दौरान उन्होंने 2.44 करोड़ रुपये खर्च किए। इसका मतलब है कि उनके खर्च उनकी आय से करीब 1.5 करोड़ रुपये अधिक थे। रविंद्र यादव अतिरिक्त संपत्ति के स्रोत का कोई वैध ब्योरा नहीं दे सके।

इससे पहले विजिलेंस की 18 सदस्यीय टीम ने शनिवार को यादव के नोएडा सेक्टर-47 स्थित तीन मंजिला मकान और इटावा के तलौरा नगर स्थित स्कूल पर कार्रवाई की थी। नोएडा स्थित बंगले की अनुमानित बाजार कीमत 16 करोड़ रुपये आंकी गई है। इटावा स्थित स्कूल परिसर की मौजूदा कीमत करीब 15 करोड़ रुपये है, जिसमें स्कूल के सभी तकनीकी उपकरण और अन्य संसाधनों की कीमत 2 करोड़ रुपये है। जांच में पता चला कि इटावा स्थित स्कूल का संचालन यादव का बेटा कर रहा है। स्कूल पूरी तरह से अवैध रूप से बना है और बिना किसी वैध मंजूरी के इसका संचालन किया जा रहा है।

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Noida News : सरकारी नियमों का जमकर किया उल्लंघन

स्कूल के संचालन में 10 बसों का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिसकी अनुमानित कीमत 1.04 करोड़ रुपये है। साथ ही यादव ने मेरठ और नोएडा में एक दर्जन से ज्यादा प्लॉट खरीदे हैं, जिनकी जांच जारी है। विजिलेंस टीम ने यह भी खुलासा किया है कि यादव ने अपने कार्यकाल के दौरान नोएडा विकास प्राधिकरण में प्लॉट आवंटन और सरकारी नियमों का उल्लंघन करते हुए कई बड़ी परियोजनाओं को मंजूरी दी।

वर्ष 2007 में बतौर ओएसडी काम करते हुए उन्होंने कई निजी कंपनियों को नियमों का उल्लंघन करते हुए आईटी और हाउसिंग प्रोजेक्ट में मदद की थी। उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान के निदेशक के निर्देश पर यह सतर्कता कार्रवाई की गई। जब्त किए गए सभी दस्तावेजों और संपत्ति से संबंधित अभिलेखों को अब विस्तृत जांच के लिए शामिल किया जा रहा है।

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