Sambhal Jama Masjid controversy: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में जामा मस्जिद को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। इस बीच, बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कहा कि सरकार और सुप्रीम कोर्ट को इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए। बसपा प्रमुख मायावती ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि संभल जिले की शाही जामा मस्जिद को लेकर अचानक उठे विवाद, सुनवाई और फिर आनन-फानन में सर्वे की खबर राष्ट्रीय चर्चा और मीडिया की सुर्खियों में है। लेकिन इस तरह से सौहार्द और माहौल खराब करने का सरकार और सुप्रीम कोर्ट को भी संज्ञान लेना चाहिए।
Sambhal Jama Masjid controversy: देश भर में हो रही चर्चा
मंदिरों के संरक्षण को लेकर हरिशंकर जैन और विष्णु शंकर जैन देशभर में चर्चा में हैं। संभल जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर बताने वाले वादी में हरिशंकर जैन भी शामिल हैं। पिता हरिशंकर जैन वादी हैं और विष्णु शंकर जैन अधिवक्ता के तौर पर इस केस से जुड़े हैं। पिता-पुत्र दोनों ही अयोध्या मामले, बनारस के ज्ञानवापी और मथुरा के ईदगाह मामले में खूब चर्चा में रहे हैं। ताजमहल को लेकर भी वे चर्चा में रहे। अब उन्होंने संभल जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर बताने का दावा किया है। कोर्ट ने दावे को स्वीकार करते हुए सर्वे का आदेश दिया है। सोशल मीडिया पर इन पिता-पुत्र की तस्वीरें भी वायरल हो रही हैं।
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पुलिस ने सोशल मीडिया से जुड़े कई लोगों को पाबंद
संभल में जामा मस्जिद बनाम हरिहर मंदिर मामले को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट वायरल हो रही हैं। इसमें हिंदू और मुस्लिम पक्ष के लोग अपने-अपने तरीके से प्रतिक्रिया दे रहे हैं। इसमें कुछ आपत्तिजनक पोस्ट भी वायरल की गई हैं। इस मामले में कोतवाली पुलिस ने दो लोगों का शांतिभंग में चालान किया है। एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि बरेली सराय निवासी बिलाल ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल की थी। जिसमें उसने जुमे की नमाज के दौरान जामा मस्जिद पहुंचने का आह्वान किया था। जिसके बाद युवक को हिरासत में लिया गया है।
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