Friday, December 27, 2024
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Jogeshwari plot scam: सांसद रवींद्र वायकर को मुंबई पुलिस ने दी क्लीन चिट

मुंबई: जोगेश्वरी जमीन घोटाला (Jogeshwari land scam) मामले में मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (Economic Offences Wing) ने कोर्ट में क्लोजर रिपोर्ट पेश कर सांसद रवींद्र वायकर (Member of Parliament Ravindra Waikar) को क्लीन चिट दे दी है। मुंबई पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि यह मामला मुंबई महानगरपालिका ने गलतफहमी के कारण दर्ज कराया था। इसलिए रवींद्र वायकर के खिलाफ सभी आरोप वापस ले लिए गए हैं। जानकारी के लिए बता दें कि बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष किरीट सोमैया ने ही रवींद्र वायकर पर सार्वजनिक उपयोग के लिए आरक्षित जमीन पर पांच सितारा होटल बनाकर 500 करोड़ रुपये का घोटाला करने का आरोप लगाया था।

ED ने की थी छापेमारी

इस आरोप के तहत मुंबई महानगरपालिका के इंजीनियर संतोष मंडावकर की शिकायत पर आजाद मैदान पुलिस स्टेशन में रवींद्र वायकर, उनकी पत्नी मनीषा और उनके साझेदारों आसु नेहलानी, राज लालचंदानी, पृथपाल बिंद्रा और आर्किटेक्ट अरुण दुबे के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया गया था। जिसमें आरोप लगाया गया था कि इस धोखाधड़ी के कारण महानगरपालिका के राजस्व की हानि हुई है। इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने भी रवींद्र वायकर के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के तहत मामला दर्ज कर उनके घर पर छापेमारी की है। लेकिन मुंबई पुलिस ने कोर्ट में क्लोजर रिपोर्ट पेश कर दी है, जिससे रवींद्र वायकर को राहत मिली है।

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संजय राउत ने साधा निशाना

रवींद्र वायकर को क्लीन चिट मिलने पर शिवसेना नेता संजय राउत ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। राउत ने कहा कि अगर यह कहा जा रहा है कि गलतफहमी के कारण मामला दर्ज किया गया, तो मामला दर्ज करने वालों के खिलाफ भी मामला दर्ज होना चाहिए। राउत ने कहा कि भाजपा के इशारे पर गैर भाजपा दलों के नेताओं के खिलाफ भी इसी तरह झूठे मामले दर्ज किए गए और उन्हें अपने समर्थन में लेने के बाद उनके खिलाफ दर्ज मामले वापस ले लिए गए। संजय राउत ने कहा कि जिन लोगों ने पार्टी बदलने के बजाय जेल जाना पसंद किया, उनके खिलाफ भी दर्ज मामले वापस लिए जाने चाहिए। जिस तरह से ईडी ने भाजपा का समर्थन करने पर प्रफुल्ल पटेल की 120 करोड़ रुपये की संपत्ति वापस की, उसी तरह ईडी को अन्य नेताओं की संपत्ति वापस करनी चाहिए।

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