Monday, December 23, 2024
spot_img
spot_img
spot_imgspot_imgspot_imgspot_img
Homeदिल्लीArvind kejriwal: एक आंदोलन से बदली जिंदगी, ऐसे शुरू हुआ राजनीति का...

Arvind kejriwal: एक आंदोलन से बदली जिंदगी, ऐसे शुरू हुआ राजनीति का सफर

नई दिल्ल: भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) में सेवा दे चुके अरविंद केजरीवाल (Arvind kejriwal) 2011 में तब सुर्खियों में आए जब वह सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के साथ जुड़े। जन लोकपाल बिल लागू करने की मांग को लेकर अन्ना हजारे के साथ इंडिया अगेंस्ट करप्शन ग्रुप (आईएसी) का गठन किया। 16 अगस्त को अन्ना हजारे जन लोकपाल बिल की मांग को लेकर दिल्ली के रामलीला मैदान में भूख हड़ताल पर बैठ गए।

आंदोलन का मुख्य चेहरा

यह आंदोलन 28 अगस्त तक जारी रहा। उस समय इस आंदोलन में अन्ना हजारे के साथ अरविंद केजरीवाल, किरण बेदी, कुमार विश्वास, संजय सिंह और मनीष सिसौदिया ने बड़ी भूमिका निभाई थी। इसी बीच अन्ना को पीछे छोड़कर अरविंद केजरीवाल इस आंदोलन का मुख्य चेहरा बनकर उभरे। मूल रूप से हरियाणा के सिवानी जिले के खेड़ा गांव के रहने वाले अरविंद केजरीवाल का जन्म 16 अगस्त 1968 को हुआ था।

अरविंद केजरीवाल के पिता गोबिंद राम एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर थे। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा कैंपस स्कूल, हिसार और होली चाइल्ड स्कूल, सोनीपत से प्राप्त की। 1985 में आईआईटी-जीईई परीक्षा उत्तीर्ण की और अखिल भारतीय रैंक 563 प्राप्त की। मैकेनिकल इंजीनियरिंग में आईआईटी खड़गपुर से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। 1989 में, केजरीवाल जमशेदपुर में टाटा स्टील में शामिल हो गए। 1992 में उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी का हवाला देते हुए टाटा स्टील की नौकरी से इस्तीफा दे दिया।

1995 में यूपीएससी परीक्षा पास की और आईआरएस अधिकारी बन गए

1995 में अरविंद केजरीवाल ने सिविल सेवा परीक्षा पास की। उनका चयन भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) में हो गया। उन्होंने आयकर विभाग में सहायक आयुक्त के रूप में काम किया। हालाँकि, वर्ष 2000 में अरविंद केजरीवाल ने उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए दो साल का सवैतनिक अवकाश दिए जाने का अनुरोध किया।

यह भी पढ़ेंः-Ayodhya Ram Mandir: प्राण प्रतिष्ठा के बाद से अब तक 1.12 करोड़ रामभक्तों ने किए रामलला के दर्शन

2013 में सरकार बनाई, पहली बार मुख्यमंत्री बने

अरविंद केजरीवाल ने 02 अक्टूबर 2012 को अपनी राजनीतिक पार्टी बनाई। आम आदमी पार्टी का गठन 24 नवंबर 2012 को हुआ। 2015 के चुनाव में केजरीवाल की पार्टी ने रिकॉर्ड तोड़ दिया और 70 में से 67 सीटें जीतकर विधानसभा पहुंची।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)

सम्बंधित खबरें
- Advertisment -spot_imgspot_img

सम्बंधित खबरें