Ayodhya: दुनिया भर के सनातनी 22 जनवरी 2024 का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। जन-जन के आराध्य भगवान श्री राम 500 वर्षों की प्रतीक्षा, परीक्षा और अनगिनत बलिदानों के बाद अपने भव्य मंदिर में विराजमान होने जा रहे हैं। इसके साथ ही अनोखी नगरी अयोध्या भी सुख-समृद्धि से भर जाने वाली है। मोदी-योगी सरकार की अयोध्या में चल रही 30.5 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की ज्यादातर परियोजनाएं 2024 तक पूरी हो जाएंगी। अयोध्या में 6 हजार करोड़ की योजना भी लागू करने की तैयारी है। इनमें से अधिकतर आतिथ्य, यात्रा-पर्यटन और उच्च शिक्षा से जुड़ी परियोजनाएं हैं। इन सभी परियोजनाओं के क्रियान्वयन से 20-30 हजार नई नौकरियाँ पैदा होने की उम्मीद है।
ये बड़े प्रोजेक्ट भी ले रहे हैं आकार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अयोध्या में श्रीराम मंदिर के उद्घाटन समारोह को “भूतो न भविष्यति” बनाने की तैयारी जोरों पर है। 2024 में जब भगवान श्री राम अपने भव्य मंदिर में विराजमान होंगे तो यह पवित्र वर्ष अयोध्या में कई बड़े निर्माणों और बदलावों का भी वर्ष साबित होने वाला है। विकास कार्यों की एक लंबी शृंखला है, जिसमें पहला नाम है अयोध्या में बन रहा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा। जनवरी 2024 में यहां से उड़ानें शुरू हो जाएंगी। इसके साथ ही 50 हजार फीट प्रिंट वाली अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन की नई भव्य इमारत भी जनवरी में ही बनकर तैयार हो जाएगी। इसके अलावा मार्च तक सोलर सिटी भी पूर्ण आकार ले लेगी।
जनवरी: 4 लेन अयोध्या अकबरपुर बसखारी मार्ग के लिए 394 करोड़, एनएच 27 से रामपथ तक रेलवे लेवल क्रॉसिंग, पंचकोसी परिक्रमा मार्ग पर बड़ी बुआ रेलवे क्रॉसिंग पर ओवर ब्रिज, दर्शन नगर के पास रेलवे ओवर ब्रिज, अमानीगंज में मल्टी लेवल पार्किंग, कलक्ट्रेट के पास स्मार्ट वाहन पार्किंग, पंचकोसी व चौदहकोसी मार्ग पर इंटरप्रिटेशन वॉल का निर्माण, परिक्रमा मार्ग पर 25 से अधिक पर्यटक स्थलों व तालाबों का विकास, सजावटी पोल व हेरिटेज लाइटों की स्थापना, कौशल्या सदन का निर्माण, मुक्ति वैकुंठ धाम का विकास कार्य पूरा कराया जाए। चल जतो।
फरवरी से दिसंबर 2024 तक:
फरवरी में अयोध्या के 7 वार्डों में 24 घंटे पानी की आपूर्ति, सूर्यकुंड के पास आरओबी का निर्माण, 4 लेन धर्म पथ का निर्माण पूरा हो जाएगा।
मार्च में अयोध्या अकबरपुर मार्ग पर फतेहगंज आरओबी, अयोध्या बिल्हौरघाट 4 लेन मार्ग, गुप्तार घाट का सौंदर्यीकरण, नया घाट से लक्ष्मण घाट तक पर्यटन सुविधाओं का विकास, अयोध्या सोलर सिटी का काम पूरा हो जाएगा।
अप्रैल में अवध बस अड्डे के पास शेल्टर होम का निर्माण, नाका बाईपास के पास कल्याण भवन का निर्माण, चार ऐतिहासिक प्रवेश द्वारों का निर्माण पूरा हो जाएगा।
अयोध्या सीवरेज योजना का पार्ट वन जून में पूरा हो जाएगा।
473 करोड़ रुपये से पंचकोसी परिक्रमा मार्ग चौड़ीकरण का काम जुलाई में पूरा हो जाएगा।
डॉ। भीमराव अंबेडकर अंतरराष्ट्रीय खेल परिसर सितंबर में पूरा हो जाएगा।
चौदह कोसी परिक्रमा मार्ग का विस्तार 1140 करोड़ रुपये की लागत से अक्टूबर में पूरा हो जाएगा।
नवंबर-दिसंबर तक अयोध्या में जोनल अर्बन फैसिलिटेशन सेंटर का निर्माण और अयोध्या नगर निगम और अयोध्या विकास प्राधिकरण के विशाल भवनों का निर्माण भी पूरा हो जाएगा।
विश्वनाथ धाम ने बदल दी काशी की तस्वीर, अयोध्या मंदिर लाएगा खुशहाली
भगवान श्री राम का नया और भव्य निवास निःसंदेह अयोध्यावासियों की सुख-समृद्धि का कारक बनेगा। इसका अंदाजा दो वर्ष पहले वाराणसी में उद्घाटन किये गये श्रीकाशी विश्वनाथ धाम की सफलता से लगाया जा सकता है। केवल दो वर्षों में 13 करोड़ से अधिक दर्शनार्थी काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन कर चुके हैं। इस दौरान धर्मनिष्ठ हिंदुओं ने मंदिर में 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का चढ़ावा भी चढ़ाया है। इसके अलावा वाराणसी में पर्यटन उद्योग भी 200 गुना से अधिक बढ़ गया है। इसमें रेहड़ी-पटरी वाले, नाव संचालक, हस्तशिल्पी, साड़ी कारोबारी के साथ-साथ अन्य छोटे कारोबारी से लेकर बड़े होटल समूह और टूर एंड ट्रैवल इंडस्ट्री से जुड़े लोग भी अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं।
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विशेषज्ञों का मानना है कि मोदी-योगीराज में भव्य मंदिर के उद्घाटन से सदियों से उपेक्षित रही अयोध्या नगरी भी काशी की तरह पर्यटन मानचित्र पर ध्रुव तारे की तरह चमकेगी।
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