नई दिल्ली: दिल्ली यूनिवर्सिटी का नया सत्र बुधवार 16 अगस्त से शुरू हो गया। नया सत्र स्नातक प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए है। दिल्ली विश्वविद्यालय के कई कॉलेजों में पहली बार छात्रों का स्वागत किया। डीयू अधिकारी ने कहा कि विश्वविद्यालय में रैगिंग को रोकने के लिए महिला कॉलेजों को विशेष सहायता प्रदान की जा रही है और प्रत्येक कॉलेज के बाहर पुलिस पिकेट स्थापित की जा रही है।
रैगिंग को लेकर प्रशासन सख्त
विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि नए सत्र की शुरुआत में अनुशासनहीनता और रैगिंग के किसी भी कृत्य से विश्वविद्यालय के कानून के तहत सख्ती से निपटा जाएगा। इसके लिए कॉलेजों के प्राचार्यों को कानूनी अधिकार भी दिये गये हैं। नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत के साथ ही दिल्ली विश्वविद्यालय के नॉर्थ और साउथ कैंपस के कॉलेजों में भी छात्रों के नए बैच का स्वागत किया गया। नए शैक्षणिक सत्र में छात्रों को रैगिंग की समस्या का सामना न करना पड़े, इसके लिए भी विश्वविद्यालय प्रशासन ने तैयारी कर ली है। यूनिवर्सिटी का कहना है कि रैगिंग करने वाले छात्रों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने दिल्ली विश्वविद्यालय के विभिन्न कॉलेजों में पहले दिन नए छात्रों का कॉलेज में फूल बरसाकर और मिठाई खिलाकर स्वागत किया। साथी महाविद्यालयीन छात्र-छात्राओं को महाविद्यालय के बारे में आवश्यक जानकारी से अवगत कराया गया।
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छात्रों का तिलक लगाकर किया गया स्वागत
नॉर्थ और साउथ कैंपस के कॉलेजों में छात्रों के नए बैच के स्वागत के लिए विशेष तैयारियां की गईं। शहीद भगत सिंह कॉलेज में प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को तिलक लगाया गया। यहां पहले दिन छात्रों को मिठाई खिलाकर कॉलेज में प्रवेश दिया गया। दरअसल, नॉर्थ कैंपस में दिल्ली यूनिवर्सिटी मेट्रो स्टेशन के बाहर छात्रों के स्वागत के लिए फूलों से सजाया गया था। अंतिम वर्ष की छात्रा सुजाता ने कहा कि ज्यादातर छात्र मेट्रो से दिल्ली विश्वविद्यालय के नॉर्थ कैंपस आते हैं। यह सजावट विद्यार्थियों को अपने कॉलेज जीवन की शुरुआत आरामदायक अहसास के साथ करने के लिए की गई है। डीयू के आत्माराम सनातन धर्म कॉलेज के प्रिंसिपल प्रोफेसर ज्ञानतोष झा ने बताया कि प्रथम वर्ष के नए सत्र के छात्रों के स्वागत के लिए कई पूर्व छात्रों को भी बुलाया गया था।
छात्रोें को विश्वविद्यालय के तौर-तरीकों से कराया गया अवगत
विश्वविद्यालय प्रशासन के मुताबिक नए सत्र के पहले दिन कॉलेज में आने वाले छात्र-छात्राओं के लिए ग्रुप ओरिएंटेशन प्रोग्राम का आयोजन किया गया। दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर हंसराज सुमन ने बताया कि पहले दिन सभी कक्षाओं में शिक्षकों द्वारा अलग-अलग परिचय दिया गया। इसमें विद्यार्थियों के साथ-साथ शिक्षकों ने भी विद्यार्थियों से अपना परिचय लिया और उन्हें कॉलेज के तौर-तरीकों से अवगत कराया। दिल्ली विश्वविद्यालय परिसर में कॉलेजों से संबद्ध छात्र समितियों के स्टॉल लगाए गए थे। इसमें छात्रों को संगीत, नाटक और खेल टीमों का हिस्सा बनने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि छात्रों के साथ रैगिंग न हो। विश्वविद्यालय के उत्तरी और दक्षिणी परिसरों में प्रमुख स्थानों पर अंग्रेजी और हिंदी में रैगिंग विरोधी पोस्टर लगाए गए हैं। कॉलेजों और छात्रावासों से अनुरोध किया गया है कि वे अपने-अपने संस्थानों में बाहरी लोगों के प्रवेश को प्रतिबंधित करें और रैगिंग पर रोक से संबंधित नियमों को प्रमुखता से प्रदर्शित करें। दिल्ली विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार का कहना है कि सभी कॉलेजों, संकायों, विभागों और छात्रावासों से भी अनुरोध किया गया है कि रैगिंग पर नजर रखने के लिए जहां भी संभव हो एनसीसी और छात्र स्वयंसेवकों की मदद लें।
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