शिमला: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि राज्य सरकार लंबित निवेश परियोजनाओं में तेजी लाने और नए निवेश आकर्षित करने की दिशा में सक्रिय रूप से काम कर रही है। प्रदेश में निवेश अनुकूल वातावरण उपलब्ध कराकर सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि निवेशकों को किसी प्रकार की कठिनाई न हो। बिजली और पानी की निर्बाध आपूर्ति की उपलब्धता के कारण हिमाचल निवेशकों के अनुकूल गंतव्य है।
मुख्यमंत्री ने बुधवार को शिमला में जिला सोलन के उद्योग और पर्यटन क्षेत्रों के हितधारकों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि राज्य सरकार हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) को हरित ऊर्जा राज्य बनाने पर विशेष बल दे रही है। सरकार सतत विकास सुनिश्चित करने के लिए देश की पहली ‘ग्रीन हाइड्रोजन नीति’ (Green Hydrogen Policy
) लाएगी और राज्य में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए छह ‘ग्रीन कॉरिडोर’ विकसित करने के लिए भी काम किया जा रहा है।
यह भी पढे़ंः-Mandi: जानें कौन हैं डाॅ. तारा देवी, जिन्हें मिला पर्यावरण नेतृत्व पुरस्कार
सुक्खू ने कहा कि सरकार परियोजनाओं के तेजी से कार्यान्वयन और राज्य में आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रदेश में प्रस्तावित बल्क ड्रग पार्क एवं मेडिकल डिवाइस पार्क में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए प्रोत्साहन राशि प्रदान की जा रही है। राज्य सरकार इन महत्वाकांक्षी परियोजनाओं के लिए बुनियादी ढांचा विकसित कर रही है। औद्योगीकरण को बढ़ावा देने के लिए सरकार कांगड़ा हवाई अड्डे के विस्तार, नए हेलीपोर्ट के निर्माण, सड़क और रेल संपर्क में सुधार को प्राथमिकता दे रही है। यह पहल राज्य में मौजूदा औद्योगिक, भौतिक और सामाजिक बुनियादी ढांचे को मजबूत करेगी। राज्य सरकार राज्य को सभी मौसमों के पसंदीदा पर्यटन स्थल और कांगड़ा जिले को राज्य की पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित करने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। उन्होंने निवेशकों को पर्यटन क्षेत्र में निवेश के लिए आमंत्रित किया।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)