मैनपुरीः ‘जहां चाह, वहां राह’ की कहावत को मैनपुरी के सूरज तिवारी ने चरितार्थ कर दिखाया है। उन्होंने यूपीएससी 2022 में 971वीं रैंक हासिल कर यह साबित कर दिया है कि यदि इंसान कुछ करने दिखाने का दृढ़ संकल्प कर लें तो उसके सामने फिर चाहे जितनी भी विषम परिस्थिति क्यों न आ जाए। वह उसकी परवाह नहीं करता। सूरज तिवारी की जिंदगी में भी कुछ इसी तरह की विषम परिस्थितियां आड़े आयीं। लेकिन उन्होंने इन्हें पीछे छोड़ सफलता की ऊंचाईयों को हासिल कर लिया है। यूपीएससी में उत्तीर्ण होने पर सूरज तिवारी को राज्य के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने भी बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा-2022 में कुरावली उत्तर प्रदेश के सूरज तिवारी को उत्तीर्ण होने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। यह सुपरिणाम निश्चित रूप से प्रदेश के युवाओं के लिए प्रेरणादायक है। ईश्वर से आपके मंगल जीवन की कामना करता हूँ।
संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा-2022 में कुरावली, उत्तर प्रदेश के श्री सूरज तिवारी जी को उत्तीर्ण होने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
यह सुपरिणाम निश्चित रूप से प्रदेश के युवाओं के लिए प्रेरणादायक है।
ईश्वर से आपके मंगल जीवन की कामना करता हूँ। pic.twitter.com/SuPnjmPDyG
— Jaiveer Singh (@jaiveersingh099) May 23, 2023
मैनपुरी के घरनाजपुर के रहने वाले हैं सूरज तिवारी
सूरज तिवारी मैनपुरी जनपद के कुरावली तहसील के मोहल्ला घरनाजपुर के निवासी हैं। उनके पिता का नाम राजेश तिवारी है। सूरज तिवारी की प्रारंभिक शिक्षा जिले के महर्षि परशुराम स्कूल से हुई। उन्होंने 2011 में जनपद के एसबीआरएल इंटर कॉलेज से दसवीं और साल 2014 में संपूर्णानंद इंटर कॉलेज अरम सराय बेवर से पास की है। सूरज तिवारी ने दोनों पैर और एक हाथ नहीं है। साथ ही एक हाथ में केवल तीन उंगलियां ही हैं। लेकिन सफलता की राह में सूरज ने कभी भी दिव्यांगता को आड़े नहीं आने दिया। उन्होंने कड़ी मेनहन के दम पर शारीरिक दिव्यांगता को भी बौना साबित कर दिया।
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ट्रेन हादसे ने बदल दी थी सूरज की जिंदगी
सूरज तिवारी की जिंदगी को एक ट्रेन हादसे ने पूरी तरह बदल कर रख दिया था। दरअसल साल 2017 में गाजियाबाद में एक ट्रेन हादसे के दौरान सूरज के घुटनों से दोनों पैर, दायां हाथ और बाएं हाथ की दो उंगलियां कट गयी थीं। उस समय सूरज बीएससी कर रहे थे। इस हादसे से भी सूरज के दृढ़ निश्चय में कमी नहीं आयी। उन्होंने हार न मानते हुए साल 2021 में दिल्ली के जेएनयू से बीए किया और इसके बाद एमए भी किया। पढ़ाई पूरी होने के बाद उन्होंने आईएएस की तैयारी शुरू कर दी और यूपीएससी 2022 में उन्हें सफलता हासिल हुई।
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