नई दिल्लीः कांग्रेस की मुश्मिलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। कर्नाटक के बाद आंध्र प्रदेश में भाजपा ने कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है। आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम किरण कुमार रेड्डी (kiran reddy) शुक्रवार को भाजपा में शामिल हो गए। संयुक्त आंध्र प्रदेश के सीएम रहे किरण कुमार रेड्डी ने कुछ दिनों पहले कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था और आज भाजपा का दामन थाम लिया।
शुक्रवार को केन्द्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने की मौजूदगी में पूर्व सीएम किरण रेड्डी को भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इस अवसर पर प्रह्लाद जोशी ने कहा कि किरण कुमार रेड्डी प्रधानमंत्री मोदी से बहुत प्रभावित हैं और वह भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी लड़ाई को और मजबूत करेंगे। विधायक और मंत्री के तौर पर उनकी छवि बेहद साफ रही है। यह आंध्र प्रदेश में भाजपा के लिए एक बड़ा बढ़ावा होगा।
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वहीं ज्वाइन करने के बाद किरण रेड्डी (kiran reddy) ने कहा कि उनका परिवार 1952 से कांग्रेस से जुड़ा रहा है।उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वह कांग्रेस छोड़ देंगे, लेकिन कांग्रेस आलाकमान के गलत फैसले से पार्टी को काफी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आलाकमान ने स्थानीय नेताओं से कभी कोई राय नहीं ली। कभी किसी की नहीं सुनी। यह सिर्फ एक राज्य का नहीं, बल्कि सभी राज्यों का मामला है।
1959 में जन्मे किरण रेड्डी ने 2014 में तत्कालीन यूपीए सरकार के आंध्र प्रदेश को विभाजित करने और तेलंगाना को अलग राज्य बनाने के फैसले के विरोध में कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने अपनी पार्टी ‘जय समैक्य आंध्र’ बनाई और यहां तक कि 2014 के चुनावों में कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में उम्मीदवार भी उतारे थे। इससे पहले 2010 से 01 मार्च, 2014 तक अविभाजित आंध्र प्रदेश के 16वें सीएम के रूप में कार्य किया। दो जून, 2014 को तेलंगाना राज्य के गठन से पहले वह संयुक्त आंध्र प्रदेश के अंतिम सीएम थे।
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