लखनऊ: यूपी एसटीएफ को पूर्वाेत्तर राज्योें के बार्डर से नाजायज तरीके से भारत लाई जा रही 30,200 विदेशी सिगरेट की डिब्बी सहित दो अंतरराष्ट्रीय तस्करों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली। एसटीएफ की गौतमबुद्धनगर टीम को बुधवार 12 अक्टूबर को सूचना प्राप्त मिली कि एक ट्रक, जिसके अन्दर अन्तर्राष्ट्रीय सीमा से तस्करी करके लाई गई विदेशी सिगरेट भरी हुई है, जो पिलखुआ टोल से होता हुआ छिजारसी टोल से होकर जायेगा। इस सूचना पर स्थानीय पुलिस को सूचना से अवगत कराते हुए थाना पिलखुआ, जनपद हापुड़ की पुलिस के साथ शाम 04.30 बजे थाना क्षेत्र पिलखुआ के रमा मैडिकल कालेज के पास, वासू फार्म के सामने पहुंचकर घेराबंदी करके संभल निवासी रवि गिरी और बुलंदशहर निवासी मुजम्मिल को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से डिजारम ब्लैक इंडोनेशिया सिगरेट की 17,000 डिब्बी, इस्से स्पेशल गोल्ड कोरिया सिगरेट की 9,000 डिब्बी, गुडांग गरम केदिरी इंडोनेशिया सिगरेट की 4,200 डिब्बी, एक ट्रक (नं0 यूपी-23-एटी-0145) बरामद किया गया।
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असम के रास्ते भारत लाई जाती थी सिगरेट की खेप –
गिरफ्तार अभियुक्त मुजम्मिल ने पूछताछ पर बताया कि उसकी उम्र लगभग 32 साल है तथा वह और उसका भाई सोनू उर्फ अजरूद्दीन मुख्य रूप से पुराने टायरों को इकट्ठा करके उनको गलाने का काम करते थे और इस काम के लिए पूर्वाेत्तर के राज्यों में भी उसके भाई सोनू उर्फ अजरूद्दीन का आना-जाना था, जहां पर सोनू उर्फ अजरूद्दीन की जान-पहचान असम के निवासी गौरव नाम के व्यक्ति से हो गई थी। गौरव इंडोनेशिया, कोरिया व अन्य देशों की विदेशी सिगरेटों की बांग्लादेश के रास्ते तस्करी करता था तथा यह लोग वहां से इस तरह तस्करी करके लाई गई विदेशी ब्रांड की सिगरेटों को अपने ट्रक में पुराने टायरों के नीचे छिपाकर यहां लाकर एनसीआर क्षेत्र में बेचने का काम करने लगे, जिसमें उन लोगों को काफी मुनाफा होता था।
भारत में तस्करी के इस्तेमाल होती थीं दूध की गाड़ियां –
इन सिगरेटों को एनसीआर क्षेत्र में बेचने के लिए प्रायः भोर में जाने वाली दूध की गाड़ियों का इस्तेमाल किया जाता था तथा इन सिगरेटों को दूध की बाल्टियों के नीचे छिपाकर एनसीआर के दिल्ली, गुरूग्राम आदि क्षेत्रो में ले जाकर अच्छे दामों पर बेच दिया जाता था। इन अवैध सिगरेटों को लाने के लिए गुहाटी, असम में जाकर गौरव के द्वारा भेजे गये आदमी के हाथ में ट्रक व कैश दे दिया जाता था, उसके पश्चात गौरव का आदमी विदेशी ब्रांड की तस्करी की हुई सिगरेटों को ट्रक में भरकर लाकर वापस ट्रक को हमें दे देता था उसके बाद हम लोग ट्रक में पुराने टायरों के नीचे छिपाकर इन अवैध सिगरेटों को लाते थे।
ट्रक चालक को मिलते थे चार चक्कर के 40 हजार –
पूछताछ में अभियुक्त रवि गिरी (34) ने बताया कि इस ट्रक के मालिक हाजी शौकिन, सोनू उर्फ अजरूदीन व मुजम्मिल के पुराने परिचित थे और उन्हीं के कहने के अनुसार वह पिछले 04 बार से गुहावटी जाता था जिसके लिए उसे प्रति चक्कर 10 हजार रुपये दिये जाते थे। उपरोक्त सम्बन्ध में गिरफ्तार अभियुक्तों के विरू़द्व थाना पिलखुआ जनपद हापुड पर धारा 328एवं 7/20 सिगरेट और अन्य तम्बाकू उत्पाद अधिनियम का अभियोग पंजीकृत कराया गया है।
- पवन सिंह चौहान की रिपोर्ट
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