झांसीः जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने जनपद के समस्त कृषकों से आव्हान किया कि खेत में कृषि अवषेष को जलाये नहीं। इसे गौशाला में दें। उन्होंने कहा कि खेत में कृषि अवशेष को जलाने से जहां एक ओर वायुमंडल दूषित होता है। वहीं खेत के मित्र कीट भी मर जाते हैं। जिस कारण पैदावार में प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि किसान किसी भी दशा में खेतों में आग न लगाएं। जिलाधिकारी ने अधिकारियों व कर्मचारियों को क्षेत्र में भ्रमण कर लोगों को जागरूक करने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने कहा कि राष्ट्रीय हरित अभिकरण के आदेशानुसार फसल अवशेष जलाया जाना एक दण्डनीय अपराध है। उन्होंने कहा कि जनपद में पराली की घटना पाये जाने पर सम्बन्धित को दण्डित करने का प्रावधान है। अतः किसान खेत में कृषि अवशेष जलाने से बचें अन्यथा कार्यवाही की जाएगी।
ये भी पढ़ें..वडोदरा में बड़ा हादसा, ट्रक और ऑटोरिक्शा में जोरदार टक्कर, 11…
उन्होंने कहा कि कृषकों के खेत पर पराली संग्रह करने के लिए आवश्यक धनराशि की व्यवस्था मनरेगा अथवा वित्त आयोग द्वारा कराये जाने तथा कृषकों के खेत से गौशाला तक पराली ढुलान पशुपालन विभाग द्वारा कराये जाने का प्राविधान किया गया है। इसके साथ ही पराली का गौशाला स्थल में पशुओं के बिछावन या अन्य उपयोग में भी लाया जाये। उन्होंने बताया कि राजस्व ग्राम के लेखपाल की यह जिम्मेदारी है कि उनके क्षेत्र में फसल अवशेष जलने की घटनायें न होने पायें। यदि फिर भी ऐसा होता है तो उनके विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।
अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक औरट्विटरपर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें…