मुंबईः वेदांता-फॉक्सकॉन परियोजना गुजरात में स्थानांतरित होने के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सांसद सुप्रिया सुले ने एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश द्वारा न्यायिक जांच की मांग के बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बयानों की तीखी आलोचना की। पुणे में एक ‘लॉलीपॉप विरोध‘ में भाग लेते हुए सुले ने सीएम पर निशाना साधा, जिन्होंने कथित तौर पर आश्वासन दिया है कि भविष्य में महाराष्ट्र को ‘और भी बड़ी परियोजनाएं‘ दी जाएंगी।
सुले ने मांग की, ‘‘यह बचकाना व्यवहार बंद करो .. अब गंभीर हो जाओ। इस पर राजनीतिकरण करना बंद करो और इस मुद्दे पर चर्चा के लिए राज्य के लोगों के हित में एक सर्वदलीय बैठक बुलाओ। यदि आवश्यक हो, तो एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को पीएम के पास ले जाएं। सुनिश्चित करें कि यह परियोजना जो महाराष्ट्र ने ‘गुणों के आधार पर‘ जीती थी, हमें बहाल कर दी जाए‘‘।
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बता दें कि वेदांता-फाॅक्सकाॅन परियोजना के गुजरात चले जाने के विरोध में एनसीपी के करोड़ों कार्यकर्ता मुंबई और पुणे में प्रदर्शन कर रहे थे, जिन्हें हिरासत में ले लिया गया था। वहीं, दूसरी ओर शिंदे-फडणवीस पर आक्रामक हमलों के विरोध में भाजपा ने महा विकास अघाड़ी सहयोगी शिवसेना-एनसीपी व कांग्रेस की आलोचना की और पूरे मामले की सच्चाई सामने लाने के लिए सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक जांच समिति नियुक्त करने की मांग की। गुरुवार को शिवसेना की युवा सेना और अन्य समूहों ने महाराष्ट्र के साथ 90 प्रतिशत सौदे को अंतिम रूप दिए जाने के बाद गुजरात के लिए 2.06 लाख करोड़ रुपये की वेदांत-फॉक्सकॉन मेगा-प्रोजेक्ट के लिए सरकार को दोषी ठहराते हुए एक हस्ताक्षर अभियान चलाया और प्रदर्शन किया।
महाराष्ट्र नहीं, पूरे देश का नुकसानः कांग्रेस
कांग्रेस महासचिव सचिन सावंत ने चेतावनी दी कि अगर वेदांत-फॉक्सकॉन पास के राज्य में चले जाते हैं, तो ‘‘यह न केवल महाराष्ट्र बल्कि भारत का भी नुकसान होगा‘‘ क्योंकि धोलेरा (गुजरात) में परियोजनाएं नहीं चलती हैं। कई लोग वहां से हट जाते हैं। वेदांत-फॉक्सकॉन परियोजना और यहां तक कि एक बल्क ड्रग्स पार्क में महाराष्ट्र की हार के बाद शिंदे समूह तत्कालीन एमवीए के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे को दोष दे रही है।
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