पटना : बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में नई महागठबंधन सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार मंगलवार को किया गया। सीएम नीतीश और डिप्टी सीएम सहित 33 मंत्रियों वाले कैबिनेट में करीब 33.33 फीसदी यानी एक तिहाई मंत्रियों पर मुकदमे चल रहे हैं। बाहुबली सुरेंद्र यादव, जमा खान, तेजस्वी यादव, लेशी सिंह, तेजप्रताप यादव समेत कई मंत्रियों पर केस चल रहे हैं।
राजद सुप्रीमो लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव का नाम आईआरसीटीसी घोटाले में आ चुका है। बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के दौरान दायर किए हलफनामे के मुताबिक, तेजस्वी यादव पर 11 मामले दर्ज हैं। इनमें सात आपराधिक केस हैं, जिनमें मनी लॉन्ड्रिंग, आपराधिक साजिश रचने, धोखाधड़ी के मामले चल रहे हैं। इसके अलावा चार सिविल केस भी चल रहे हैं। तेजस्वी यादव पर धोखाधड़ी करने के लिए आईपीसी की धारा 120 बी के तहत आपराधिक षडयंत्र का मुकदमा भी दर्ज हो चुका है। आईआरसीटीसी मामले में कार्रवाई हुई तो सात साल की जेल तक हो सकती है।
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लालू यादव के बड़े बेटे और हसनपुर से विधायक तेज प्रजाप यादव पर राजधानी पटना के अलग-अलग थानों में चार मामले दर्ज हैं और एक मामला दहेज से भी जुड़ा हुआ है। नीतीश सरकार में खाद्य-उपभोक्ता मंत्री बनी लेशी सिंह पर पूर्णिया के सरसी में पूर्व में पूर्व जिला परिषद रिंटू सिंह की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगा हुआ है। इतना ही नहीं, नवम्बर 2000 में चुनाव के दौरान राजद नेता बिन्नी सिंह की हत्या की साजिश रचने का आरोप भी उन पर लगा। इसके अलावा नीतीश कैबिनेट में मंत्री बने जमा खान की छवि दबंग नेता की रही है। जमा खान हत्या की कोशिश करने, हिंसा को भड़काने, आर्म्स एक्ट जैसे मामलों में मुकदमे चल रहे थे।
लालू यादव और तेजस्वी यादव के करीबी सुरेंद्र यादव की छवि भी एक दबंग विधायक की है। सुरेंद्र यादव पिछले 30 साल से बेलागंज से विधायक रहे हैं। वह दो बार जनता दल और पांच बार राजद विधायक रहे हैं। राजद नेता ललित यादव दरभंगा ग्रामीण सीट से विधायक हैं। उनके खिलाफ पटना थाने में एक केस दर्ज है। ललित यादव उस समय सबसे ज्यादा चर्चा में आए थे जब उन पर प्रॉपर्टी डीलर की हत्या करने का आरोप लगा था। अनंत सिंह के करीबी राजद नेता कार्तिकेय कुमार सिंह पर कई थानों में मामले दर्ज में हैं। मोकामा थाना, मोकामा रेल थाना समेत बिहटा में भी इनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। हालांकि, किसी भी मामले में अब तक न्यायालय से इन्हें दोषी करार नहीं दिया गया है।
दरभंगा जिले के बहादुरपुर विधानसभा से विधायक मदन सहनी जदयू से हैं। इनके खिलाफ बहादुरपुर और घनश्यामपुर थाने में एक-एक मामला दर्ज है। मदन सहनी दो करोड़ रुपये की सम्पत्ति के मालिक हैं। इसके अलावा सुमित कुमार सिंह चकाई विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय विधायक हैं, इन्हें भी नीतीश सरकार की कैबिनेट में जगह मिली है। सुमित कुमार पर पांच आपराधिक मामले दर्ज हैं। राजद के वरिष्ठ नेता डॉ. रामानंद यादव फतुहा विधानसभा सीट से विधायक हैं। करीब 11 करोड़ रुपये की सम्पत्ति के मालिक रामानंद यादव पर चार आपराधिक मामले दर्ज हैं।
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