Tuesday, November 19, 2024
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Homeउत्तराखंडउत्तराखंड में बदल रही सियासत, हरक-कोश्यारी भेंट के तलाशे जा रहे मायने

उत्तराखंड में बदल रही सियासत, हरक-कोश्यारी भेंट के तलाशे जा रहे मायने

देहरादून : उत्तराखंड (Uttarakhand) की राजनीति में आयाराम गयाराम के प्रतीक डॉ. हरक सिंह (Harak Singh) एक बार फिर भाजपा (BJP) का दामन थाम सकते हैं, इसका आभास उत्तराखंड राजनीति के चाणक्य और महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) से डॉ. हरक सिंह की गुपचुप भेंट को माना जा रहा है। यह इस बात का प्रतीक है कि डॉ. हरक सिंह के मन में कहीं न कहीं भाजपा की ओर आने की अकुलाहट है।

भाजपा के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र (Maharashtra) के राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी से गुपचुप तरीके से उनकी मुलाकात यह बताने को काफी है कि हरक सिंह (Harak Singh) कहीं न कहीं भाजपा के प्रति सकारात्मक रुख रखते हैं। भाजपा छोड़ने और कांग्रेस (Congress) में जाने के बाद लगभग राजनीति के हाशिए पर आ चुके डॉ हरक सिंह रावत गत दिनों प्रात: काल डिफेंस कॉलोनी स्थित भगत सिंह कोश्यारी के आवास पर उनसे मिलने पहुंचे थे और दोपहर बाद अपने आवास पर पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम व अन्य नेताओं के साथ दिखाई दिए। कांग्रेस नेताओं की इस बैठक के बाद उन्होंने कांग्रेस पर कमजोर विपक्ष होने का भी आरोप लगाया।

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भगत दा जो भाजपा के एक माहिर रणनीतिकार माने जाते हैं, उनके साथ डॉ हरक सिंह (Harak Singh) की गुपचुप मीटिंग और फिर अपनी पार्टी कांग्रेस के खिलाफ बयानबाजी दोनों को जोड़कर देखा जाए तो यही लगता है कि वह एक बार फिर भाजपा मुख्यालय में भगवा पट्टे और गुलदस्ते के साथ नजर आ सकते हैं। यह भी सकता है कि वह अपने साथ कुछ और भी कांग्रेसी नेता और विधायकों को भी भाजपा में ले जाएं। कांग्रेस में क्योंकि इन दिनों भगदड़ जैसे हालात हैं। हर किसी का जैसे कांग्रेस से मोहभंग हो चुका है और हर किसी को अब कांग्रेस में अपना कोई भविष्य नजर नहीं आ रहा है।

महिला मोर्चा की प्रदेश प्रवक्ता और महिला मोर्चा अध्यक्ष हेमा भण्डारी ने कहा कि आज पूरे देश मे कांग्रेस सिमटती जा रही है। 70 साल देश पर राज करने वाली कांग्रेस आज 2 राज्यों में सिमट कर रह रही है। इनके अपने नेता पार्टी छोड़कर दूसरे दलों में जा रहे हैं। आप की नीतियों को जन-जन तक पहुचाने की आवश्यकता है। भाजपा भी आप को मुख्य चुनौती के रूप में देखने लगी है। अजय कुमार मुखिया कांगेस के अहम पदों में रहे हैं। उनके पार्टी में आने से पार्टी को मजबूती मिलेगी। जिलाध्यक्ष संजय सैनी ने कहा कि अजय कुमार मुखिया का पार्टी में स्वागत है। पार्टी का पूरे प्रदेश में तेजी से विस्तार हो रहा है। मुखिया ने कहाकि वे आप पार्टी के विकास कार्यांे ओर अरविंद केजरीवाल की विकास नीतियों से प्रभावित होकर वह आज आप पार्टी की सदस्यता ले रहे हैं।

एक दिन पहले ही लगा है कांग्रेस को झटका

गत दिनों कांग्रेस नेता आरपी रतूड़ी और महिला कांग्रेस अध्यक्ष कमलेश रमन कांग्रेस छोड़कर आप में चले गए। इससे पूर्व जोत सिंह बिष्ट भी आप में जा चुके हैं। वैसे भी भाजपा ने 2024 के आम चुनाव से पूर्व मिशन कांग्रेस में सफाई छेड़ रखी है। महाराष्ट्र और गोवा इसका उदाहरण है। भले ही उत्तराखंड में कांग्रेस सत्ता से दूर सही लेकिन चुनावी दौर न होने के बावजूद भी कांग्रेस नेता कांग्रेस छोड़कर भाग रहे हैं। 2022 विधानसभा चुनाव से पूर्व डॉ हरक सिंह को भाजपा से निकाल दिया गया था अगर उन्हें भाजपा ने निकाला न होता तो वह शायद कांग्रेस में आते भी नहीं। कांग्रेस में फिर आना उनकी मजबूरी ही थी, लेकिन इसका उन्हें कोई फायदा नहीं हुआ। उन्हें तो टिकट भी नहीं मिला और अपनी पुत्रवधू अनुकृति जिसे टिकट मिला उसे भी वह चुनाव जिता नहीं सके। घर पर वह खाली बैठ नहीं सकते ऐसे में उनकी भाजपा में फिर वापसी ही उन्हें एक विकल्प दिख रही है।

कांग्रेस के नए अध्यक्ष पर उठ रहे सवाल –

उत्तराखंड कांग्रेस (congress) के दो बड़े नेताओं का आम आदमी पार्टी में शामिल हो जाना पार्टी के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। ये प्रदेश कांग्रेस (congress) के नए अध्यक्ष करन मेहरा के लिए ज्यादा बड़ा झटका है, जिनकी कार्यप्रणाली पर इसके बाद सवाल उठना तय है। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद पार्टी ने राज्य में नए प्रदेश अध्यक्ष की कमान करन मेहरा को सौंपी थी। पार्टी ने एक युवा चेहरे के रूप में करन मेहरा को जिम्मेदारी दी और सबसे बड़ी चुनौती अंतर्कलह को खत्म करने का भी भरोसा जताया। लेकिन राज्य में पार्टी के भीतर चल रहे मतभेद ने उनकी कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।

कांग्रेस नेता मुखिया ने भी थामा ‘आप’ का दामन –

पूर्व जिला सचिव एससीएसटी मोर्चा और विधानसभा अध्यक्ष अजय कुमार मुखिया (Ajay Kumar Mukhiya) ने कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया। पार्टी जिला कार्यालय में महानगर अध्यक्ष अनिल सती के नेतृत्व में अजय कुमार मुखिया ने पार्टी का दामन थामा। पार्टी के जिलाध्यक्ष संजय सैनी ने हेमा भण्डारी (Hema Bhandari) के प्रदेश अध्यक्ष महिला मोर्चा बनने पर फूल मालाओं से स्वागत किया। इस अवसर पर पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता और महिला मोर्चा अध्यक्ष हेमा भण्डारी और जिलाध्यक्ष संजय सैनी ने अजय मुखिया को पार्टी की सदस्यता दिलाई। अनिल सती ने कहा कि आप पार्टी की नीतियों और अरविंद केजरीवाल के दिल्ली के विकास मॉडल से प्रेरित होकर लोग आप में अपना भविष्य देख रहे है। कांग्रेस डूबता जहाज है। आज जिस तरह भाजपा सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर लोकतंत्र से खिलवाड़ कर चुनी हुई सरकारों की गिराने का काम कर रही है उसे पूरा देश देख रहा है। कांवड़ यात्रा शुरू होने वाली पर धामी सरकार कावडि़यों पर पुष्प वर्षा की बात कर रहे हैं जो स्वागत योग्य है, परंतु पहले सरकार को कावड़ व्यवस्था दुरुस्त करनी चाहिए।

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