लखनऊः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को पुलिस लाइन में आयोजित पीएसी रिक्रूट आरक्षियों के ‘दीक्षांत परेड समारोह-2022’ में हिस्सा लिया। परेड की सलामी लेने के बाद मुख्यमंत्री योगी ने संबोधित किया। उन्होंने पूर्व की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएसी बल को समाप्त करने की पूरी साजिश रची गई थी। इसी कारण 54 कंपनी पीएसी को समाप्त कर दिया गया था। उत्तर प्रदेश पुलिस बल में भारी संख्या में पुलिस और पीएसी के पदों की भर्ती लंबित थी। हमने पिछले पांच साल में एक लाख 62 हजार से अधिक पुलिस आरक्षियों की सफलतापूर्वक भर्ती व प्रशिक्षण को आगे बढ़ाया है। इसका यह परिणाम है कि छह माह के अपने सफलतम प्रशिक्षण के कारण आज प्रदेश के 87 केंद्रों में यह दीक्षांत परेड का आयोजन किया जा रहा है। मैं इस अवसर पर उत्तर प्रदेश पुलिस बल का हिस्सा बनने के लिए इन सभी बहादुर जवानों का हृदय से स्वागत करता हूं, इनके मंगलमय भविष्य की कामना करता हूं।
उन्होंने कहा कि बेहतरीन कानून व्यवस्था के माध्यम अपनी छवि को परिवर्तित करने का जो कार्य उत्तर प्रदेश ने किया है, आज उसकी सर्वत्र सराहना होती है। बेहतरीन कानून व्यवस्था का परिणाम है प्रदेश में बेहतरीन निवेश। प्रदेश में इसके माध्यम से रोजगार सृजन की जो अनंत संभावनाएं विकसित हुई, उत्तर प्रदेश में हर एक तबके के मन में सुरक्षा का जो भाव पैदा हुआ वह आज देखते बनता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व में पुलिस कर्मियों के लिए अच्छी आवासीय सुविधा व बैरक नहीं थे। प्रशिक्षण के लिए सुविधाओं का अभाव रहता था। मुझे बताते हुए आज यह प्रसन्नता हो रही है कि उत्तर प्रदेश पुलिस के सभी साथियों की सुविधाओं के लिए बैरक और आवासीय सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए सरकार ने कदम उठाया है।
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उन्होंने आगे कहा कि पहले प्रदेश के बारे में यह कहा जाता था कि यहां नित नए दंगे होते हैं। विगत पांच वर्षों में एक भी दंगा न होना, बेहतरीन निवेश आना, प्रदेश के युवाओं को इसके माध्यम से रोजगार की सुविधाएं उपलब्ध होना, ये सभी कार्य क्रमबद्ध तरीके से आगे बढ़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। आज उत्तर प्रदेश का युवा बड़े गौरव के साथ कह सकता है कि मैं भारत के हृदय स्थल उत्तर प्रदेश का निवासी हूं। आखिरी में उन्होंने यह कहा कि राजधानी लखनऊ में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे पीएसी आरक्षियों के दीक्षांत परेड के अवसर पर इस शानदार परेड को देखकर मुझे अत्यंत प्रसन्नता की अनुभूति हुई है। पीएसी रिक्रूट आरक्षियों को उनके सफलतम प्रशिक्षण के लिए मैं हृदय से बधाई देता हूं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने चार सर्वश्रेष्ठ परेड कमांडर योगेन्द्र अवस्थी, अमन पाण्डेय, राजा पाण्डेय और अमित सिंह को सम्मानित भी किया। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में कुल 15,487 जवानों प्रशिक्षण समाप्त किया है। लखनऊ में 399 पीएसी रिक्रूट ने प्रशिक्षण समाप्त किया है। अब इन जवानों प्रदेश की विभिन्न वाहिनी में तैनाती मिलेगी।
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