नई दिल्लीः चुनाव आयोग ने देश के 16वें राष्ट्रपति के चुनाव का ऐलान कर दिया है, चुनाव की घोषणा होने के साथ ही विपक्षी दलों ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 15 जून को दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में विपक्ष के मुख्यमंत्रियों और नेताओं के साथ एक संयुक्त बैठक में भाग लेंगी। ममता बैनर्जी द्वारा बुलाई गई संयुक्त बैठक के लिए 22 नेताओं को पत्र लिखा गया है।
इनमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, केरल सीएम पिनाराई विजयन, ओडिशा सीएम नवीन पटनायक, तेलंगाना सीएम के चंद्रशेखर राव, तमिलनाडु सीएम एम के स्टालिन, महाराष्ट्र सीएम उद्धव ठाकरे, झारखण्ड सीएम हेमंत सोरेन, पंजाब सीएम भगवंत सिंह मान, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव शामिल हैं। इनके अलावा सीपीआई जनरल सेक्रेटरी डी राजा, सीपीआईएम जनरल सेक्रेटरी सितारम येचुरी, समाजवादी पार्टी के मुख्या अखिलेश यादव, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, राष्ट्रीय लोकदल प्रमुख जयंत चौधरी, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी, पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा, नेशनल कांफ्रेंस अध्यक्ष फारुख अब्दुलाह, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी(पीडीपी) अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, शिरोमणि अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल, सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट अध्यक्ष पवन चामलिंग और आईयूएमएल अध्यक्ष के एम कादिर मोहिद्दीन शामिल हैं।
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इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की ओर से साझा उम्मीदवार खड़ा करने को लेकर ममता बनर्जी और द्रमुक, भाकपा, माकपा तथा आदमी पार्टी के नेताओं के साथ चर्चा की थी। दरअसल अधिसूचना 15 जून को जारी की जाएगी राष्ट्रपति पद के लिए मतदान 18 जुलाई को किया जाएगा और मतगणना 21 जुलाई को होगी। राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन करने की तारीख 15 जून से शुरू हो रही है, और इसकी अंतिम तिथि 29 जून है।
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