गुरुग्राम: आम आदमी पार्टी कार्यकर्ता अभय जैन एडवोकेट व अशोक वर्मा एडवोकेट ने भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश सह-प्रवक्ता एवं गुरुग्राम के पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर यशपाल बत्रा के रिश्वत कांड पर सवाल खड़े करते हुए पुलिस द्वारा उन पर भी केस दर्ज करने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि यशपाल बत्रा ने ईडी और सीबीआई के नाम पर जो रिश्वत दी थी, इस मामले में उनके खिलाफ भी पुलिस केस दर्ज करे। भले ही आरोपी फर्जी अधिकारी बनकर उनसे पहले 10 लाख रुपये ले चुके और अब 2 लाख रुपये ले रहे हों, लेकिन सवालों के घेरे में यशपाल बत्रा भी हैं। आप नेताओं ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में रहते हुए वे गुरुग्राम नगर निगम लागू होने के बाद पहले सीनियर डिप्टी मेयर बने थे। उस समय उनके द्वारा नियमों का उल्लंघन करके बिल्डिंग निर्माण किया गया। हालांकि उनकी बिल्डिंग को उनके पद पर रहते हुए ही गिराया और सील भी किया गया।
अब उनके द्वारा ईडी और सीबीआई के नाम पर 10 लाख रुपये पहले रिश्वत देने और ईडी, सीबीआई अधिकारी बने लोगों द्वारा फिर से रिश्वत की मांग करने के मामले में जो खुलासा हुआ है वह हैरान कर देने वाला है। आप नेताओं ने कहा कि बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन के मामले में वे इतनी मोटी रिश्वत दे सकते हैं, यह भी बड़े सवाल खड़े करता है। क्योंकि यशपाल बत्रा ने इस रिश्वत को बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन के नाम पर ही एफआईआर में दर्शाया है।
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बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन के मामले में ईडी और सीबीआई उनके दरवाजे तक पहुंच सकती है, यह भी एक बड़ा सवाल खड़ा होता है। उन्होंने कहा कि इसमें और भी कुछ गड़बड़ी पाई जा सकती है। बशर्ते गुरुग्राम पुलिस रिश्वत देने के इस मामले में भाजपा नेता एवं पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर यशपाल बत्रा के खिलाफ भी केस दर्ज करके निष्पक्ष जांच करे। जिस दल की प्रदेश में सरकार है और उसी दल का नेता रिश्वत लेकर अपने काम करवाने का प्रयास करता है, यह भारतीय जनता पार्टी की सरकारों को कटघरे में खड़ा करता है।
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