विदिशा: भारत सरकार स्वामित्व योजना के तहत विदिशा में ड्रोन कैमरे से सर्वे का काम चल रहा है। यह अत्याधुनिक ड्रोन तीन किलोमीटर के रेडियस में आने वाले गांव का एक साथ सर्वे कर रहा है। इस ड्रोन के जरिए चूना मार्किंग की बाउंड्री से मकानों के डिजिटल नक्शे तैयार करने के साथ घर की सीमा तय की जा रही है। जिससे गांव में रहने वाले ग्रामीणों को अब मकान के नक्शे की झंझट ही खत्म हो जाएगी।
विदिशा जिले के समस्त गांवों में यह अभियान चल रहा है इसे ग्रामीण आबादी संपत्ति सर्वेक्षण अभियान नाम दिया गया है। तहसील में एक महीने तक यह अभियान चलेगा सर्वे ऑफ इंडिया की टीम विवेक जांगेर रमेष कषवाह राजस्व विभाग से आरआई अमित कुमार गुप्ता एंव पटवारी गांव गांव में पहुंचकर सर्वे कर रहे हैं। वही जानकारी देते हुए पटवारी सुनील शर्मा ने बताया कि क्षेत्र में ग्राम पंचायत चाठौली मैं सर्वे का कार्य किया गया है यह एक तरह का आबादी सर्वे है इसे सर्वे ऑफ इंडिया जिला पंचायत और राजस्व विभाग मिलकर तैयार कर रहा है। इसके बनने के बाद गांव की सीमा भी पता चल सकेगी। इस दौरान ग्राम चाठौली के ग्रामवासी सर्वे के दौरान मौजूद रहे।
गांव में पंचायत स्तर पर पट्टे आवंटित किए जाते हैं इसका कोई भी सरकारी रिकॉर्ड नहीं रहता है इस वजह से गांव में कई तरह की समस्याओं का समाधान नहीं निकल पाता। यह रिकॉर्ड पंचायत के पास भी नहीं रहता अभी हमारे पास गांव की सीमा का नक्शा रहता है उसी आधार पर सभी कामकाज तय किए जाते हैं सर्वे के बाद प्रत्येक घर का नक्शा हमारे सामने आ जाएगा इससे गांव की सीमा भी नए सिरे से तय हो सकेगी। यदि बढ़ाने की जरूरत हुई तो गांव की सीमा को बढ़ा सकते हैं इसकी कॉपी पंचायत के पास भी रहेगी इससे पंचायत को भी अपने यहां होने वाले विकास कार्यों में मदद मिलेगी पूरा रिकॉर्ड ऑनलाइन होने के कारण ग्राम में ग्रामीणों को भी मदद मिलेगी। इस सर्वे से ग्रामीणों को खसरे की तरह मकान के भू स्वामित्व का दर्जा भी मिल जाएगा। जिन गांवों में आबादी घोषित हो चुकी है केवल उन जगहों का सर्वे किया जाएगा। सर्वे ऑफ इंडिया की टीम व ग्राम पंचायत और राजस्व विभाग तीनों मिलकर यह सर्वे कर रहे हैं यह आबादी सर्वे है जितने भी घर बने हैं उन ग्रामीणों का रिकॉर्ड मिल जाएगा इससे पंचायत को रखरखाव में आसानी होगी।
ऐसे बना रहे नक्शा . सर्वे ऑफ इंडिया के पास मौजूदा ड्रोन कैमरा हाई रिजोंल्यूशन वाला है। यह एक बार में 120 मीटर ऊंचाई तक उड़ सकता है यह जैसे जैसे ऊपर जाएगा वैसे वैसे मकानों और गांव की तस्वीरें लेता जाएगा। एक बार में 4 से 500 तस्वीरें लेगा इन तस्वीरों को सर्वे ऑफ इंडिया के सॉफ्टवेयर के माध्यम से कांफाइल किया जाएगा। तब प्रत्येक घर का नक्शा बनकर तैयार हो जाएगा इसकी कॉपी पंचायत व घर मालिक को भी दी जाएगी।