नई दिल्ली: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को टेलीफोन पर बातचीत की तथा विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचार विमर्श किया। रूस के राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन की ओर से जारी वक्तव्य के अनुसार दोनों नेताओं ने एशिया-प्रशांत क्षेत्र सहित अंतरराष्ट्रीय शांति और स्थिरता पर विचार-विमर्श किया। उन्होंने एक-दूसरे को नववर्ष की शुभकामनाएं भी दी।
क्रेमलिन के अनुसार दोनों नेताओं ने हाल में हुए समझौतों के क्रियान्वयन तथा द्विपक्षीय सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा की। उन्होंने भारत-रूस के बीच विशिष्ट साझेदारी को मजबूत बनाने पर भी जोर दिया। राष्ट्रपति पुतिन ने उनकी पिछली 6 दिसंबर को भारत यात्रा के दौरान आतिथ्य के लिए प्रधानमंत्री मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया।
उल्लेखनीय है कि कुछ ही दिन पहले राष्ट्रपति पुतिन ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से वार्ता की थी। उसके बाद से क्रेमलिन की ओर से कहा गया था कि भारत, रूस और चीन के नेताओं की शिखर वार्ता हो सकती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राष्ट्रपति पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की यह वार्ता तीनों देशों के बीच विचार विनमय प्रक्रिया (रिक) के तहत आयोजित हो सकती है। ऐसी संभावना है कि यह शिखर वार्ता अगले वर्ष के आरंभ में आयोजित हो सकती है।
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पूर्वी लद्दाख में सैन्य संघर्ष के बाद भारत-चीन के बीच शीर्ष स्तर पर कोई वार्ता आयोजित नहीं हो सकी है। अंतरराष्ट्रीय हलकों में ऐसी चर्चा है कि रूसी राष्ट्रपति भारत और चीन के नेताओं को एक मेज पर लाने के लिए प्रयासरत हैं। हालांकि भारत के विदेश मंत्रालय ने ऐसी किसी वार्ता के बारे में कोई स्पष्ट टिप्पणी नहीं की है।
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