नई दिल्लीः देश के 70 जिलों में अभी भी कोरोना संक्रमण का खतरा बना हुआ है। 15 राज्यों के इन 70 जिलों में अब भी संक्रमण दर 5 से 10 प्रतिशत तक बनी हुई है। इनमें से 34 जिले ऐसे हैं जिनमें संक्रमण दर 10 फीसदी से ऊपर है।
त्योहारों को देखते हुए केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों को सावधानी बरतने के सख्त निर्देश दिए । शनिवार को इस संबंध में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों व केन्द्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य सचिवों एवं संबंधित अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक की और सभी राज्यों को सख्ती बरतने और कोरोना से बचाव के सभी उपाय करने के निर्देश दिए। इस उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने की। इस बैठक में स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण, नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल भी मौजूद थे। इसमें मुख्य सचिवों, अतिरिक्त मुख्य सचिवों (स्वास्थ्य), प्रधान सचिवों (स्वास्थ्य), नगर आयुक्तों, जिला कलेक्टरों और राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
शुक्रवार को देश में 2.5 करोड़ से अधिक वैक्सीन खुराक देने की ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों को बधाई देते हुए कैबिनेट सचिव ने स्वास्थ्य कर्मियों, मुख्य चिकित्सा अधिकारियों, जिलाधिकारियों और राज्य स्वास्थ्य सचिवों को उनके प्रयासों के लिए बधाई दी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि टीकों की खुराक की उपलब्धता में वृद्धि से टीकाकरण की गति बनी रहेगी।
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डेंगू की रोकथाम के लिए भी सख्त कदम उठाएं
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने 11 राज्यों में सीरोटाइप- II डेंगू की उभरती चुनौती पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि डेंगू के अन्य रूपों की तुलना में अधिक जटिलताओं से जुड़ा है। उन्होंने सुझाव दिया कि राज्यों को मामलों का जल्द पता लगाने, बुखार हेल्पलाइन के संचालन जैसे कदम उठाने चाहिए। परीक्षण किटों, लार्विसाइड्स और दवाओं का पर्याप्त भंडारण, त्वरित जांच और आवश्यक जन स्वास्थ्य कार्रवाई जैसे बुखार सर्वेक्षण, संपर्क ट्रेसिंग, वेक्टर नियंत्रण के लिए रैपिड रिस्पांस टीमों की तैनाती, रक्त और रक्त घटकों, विशेष रूप से प्लेटलेट्स के पर्याप्त भंडार को बनाए रखने के लिए ब्लड बैंकों को सचेत करें। राज्यों से हेल्पलाइन, वेक्टर नियंत्रण के तरीकों, घरों में स्रोत में कमी और डेंगू के लक्षणों के संबंध में आई ईसी अभियान चलाने का भी अनुरोध किया गया था।
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