रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल को पुलिस ने आगरा से गिरफ्तार करने के बाद मंगलवार को रायपुर जिला कोर्ट में पेश किया गया। उन्हें 14 दिनों के लिए 21 सितंबर तक जेल भेज दिया गया है। बघेल ने कोर्ट में जमानत याचिका न दाखिल करने और सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लड़ने की बात कही है। उन्होंने जमानत लेने और वकील रखने से भी मना कर दिया है।
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मुख्यमंत्री के पिता नंद कुमार बघेल पर ब्राह्मण समाज के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग करके सामाजिक द्वेष पैदा करने का आरोप लगाते हुए रायपुर के डीडी नगर थाने में रिपोर्ट लिखाई गई है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि पहले भी वो इस तरह की टिप्पणी कर चुके हैं। बघेल का बयान भारतीय समाज को खण्डित करने वाला है। पुलिस ने नंदकुमार बघेल के खिलाफ धारा 153-1, 505 (1) (बी) के तहत प्रकरण दर्ज है।
सीएम ने कहा कानून से ऊपर कोई नहीं, चाहे मेरे पिता ही क्यों न हो
पिता पर एफआईआर होने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था कि उनके और पिता के वैचारिक मतभेद शुरू से हैं, ये बात सभी को पता है। मुख्यमंत्री ने कहा था कि हमारे राजनीतिक विचार और मान्यताएं भी बिल्कुल अलग-अलग हैं। एक पुत्र के रूप में मैं उनका सम्मान करता हूं, लेकिन एक मुख्यमंत्री के रूप में उनकी किसी भी ऐसी गलती को माफ नहीं किया जा सकता, जो सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ने वाली हो। उनकी सरकार में कोई भी कानून से ऊपर नहीं है फिर चाहे वो मुख्यमंत्री के 86 साल के पिता ही क्यों न हो।
बीते महीने लखनऊ में पत्रकारों से बातचीत करते हुए नंदकुमार बघेल ने कहा था कि ब्राह्मण विदेशी हैं, जिस तरह अंग्रेज यहां से गए, वो भी यहां से जाएंगे. ब्राह्मण सुधर जाएं या तो जाने के लिए तैयार रहें। उन्होंने कहा था कि ब्राह्मणों से इसलिए नाराजगी है कि वह हमारे सारे अधिकार छीन रहे हैं। बघेल ने कहा था कि गांवों में भी अभियान चलाकर उनका बहिष्कार करेंगे।
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