गोरखपुरः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गोरखपुर खाद कारखाने का काम समयबद्ध तरीके से आगे बढ़ेगा। राज्य सरकार ने पहले दिन से तय किया है कि युवाओं, किसानों की योजना में कोई बाधा नहीं आएगी। 8000 करोड़ की लागत से प्लांट स्थापित हो रहा है। यह कारखाना 1990 में बंद हो गया था। राज्य सरकार द्वारा हर प्रकार का समर्थन मिलेगा। किसानों और नौजवानों के लिए स्किल्ड डेवलेपमेंट के कार्यक्रम आयोजित होंगे। कारखाने से बड़ी संख्या में रोजगार मिलेंगे।
सीएम योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा ने गोरखपुर खाद कारखाना का निरीक्षण किया। इसके बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि 30 जून से पहले कारखाना में उत्पादन शुरू हो जाएगा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कारखाना का लोकार्पण करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने 26 साल से बंद कारखाने का शिलान्यास किया। वह आनंदित होने वाला क्षण था। यह कार्य आत्मनिर्भर भारत की योजना को साकार करने वाला कार्य है। अब किसानों को उर्वरक और रसायन के लिए किसी देश पर निर्भर नहीं होना पड़ेगा।
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उन्होंने कहा कि सिंदरी, बरौनी में भी कार्य तेजी पर है। कोराना से देश-दुनिया जूझ रहा है। महामारी के बावजूद प्लांट का कार्य संतोषजनक है। 1967-68 में जापान की टोयो कंपनी ने लगाया था। अब वही टोयो कंपनी फर्टिलाइजर के प्लांट लगा रही है। किसानों को इसका अधिक से अधिक लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री योगी ने केन्द्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा के योगदान की चर्चा करते हुए कहा कि केंद्रीय मंत्री ने खाद कारखाने को शुरू में विशेष रूचि ली है। वह हर 15 दिन पर निर्माण कार्य की समीक्षा करते हैं। उन्होंने कभी भी केमिकल और सामग्री की आपूर्ति को बाधित नहीं होने दिया। सरकार के प्रयासों के चलते सारे देश के किसान आज खुशहाल हैं। उन्हें कभी उर्वरक की परेशानी नहीं हुई।