नई दिल्लीः राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मतदान के अधिकार को बहुमूल्य बताते हुए देशवासियों से इसका हमेशा सम्मान करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यह कोई साधारण अधिकार नहीं हैं बल्कि दुनिया भर में इसे पाने के लिए लोगों ने बहुत संघर्ष किया है।
राष्ट्रपति कोविंद सोमवार को राष्ट्रपति भवन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से निर्वाचन आयोग द्वारा नई दिल्ली में आयोजित 11वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर राष्ट्रपति ने विभिन्न क्षेत्रों में चुनाव के संचालन में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए अधिकारियों को सर्वश्रेष्ठ निर्वाचन पद्धति अभ्यास के लिए वर्ष 2020-21 के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किये।
चुनाव आयोग का वेब रेडियो ‘हैलो वोटर्स’ लॉन्च
उन्होंने मतदाताओं में जागरुकता के लिए निर्वाचन आयोग के वेब रेडियो ‘हैलो वोटर्स’ को रिमोट का बटन दबाकर लॉन्च किया। ‘हर वोट है जरूरी’ टैगलाइन के साथ यह मतदाताओं को वोट डालने और चुनाव से संबंधित तमाम जानकारियां उपलब्ध कराएगा। हैलो वोटर्स एक ऑनलाइन डिजिटल रेडियो सेवा है, जिसमें मतदाता जागरूकता कार्यक्रम संचालित किए जाएंगे। यह चुनाव आयोग की वेबसाइट पर एक लिंक के माध्यम से सुलभ होगा। यह हिंदी, अंग्रेजी और अन्य भारतीय भाषा में गीत, नाटक, चर्चा, स्पॉट, चुनाव की कहानियों के माध्यम से चुनावी प्रक्रियाओं की जानकारी और शिक्षा प्रदान करेगा।
राष्ट्रपति ने कहा कि स्वतंत्रता के बाद हमारे संविधान ने योग्यता, धर्म, नस्ल, जाति के आधार पर कोई भेदभाव न करते हुए सभी नागरिकों को मतदान का समान अधिकार दिया है। इसके लिए हम अपने संविधान-निर्माताओं के ऋणी हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान के मुख्य वास्तुकार, बाबासाहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर ने मतदान के अधिकार को सर्वोपरि माना। इसलिए यह हम सभी का विशेष रूप से पहली बार मतदान का अधिकार प्राप्त करने वाले युवाओं का दायित्व है कि वे न केवल स्वयं अधिक से अधिक संख्या में, पूरी समझ-बूझ के साथ अपने मताधिकार का प्रयोग करें, बल्कि दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करें।
पिछले साल कोविड-19 महामारी के दौरान बिहार, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में सफल और सुरक्षित चुनाव कराने के लिए भारत निर्वाचन आयोग की प्रशंसा करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि यह हमारे लोकतंत्र की असाधारण उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि बिहार विधान सभा के चुनाव में दिव्यांग-जनों, 80 वर्ष से ऊपर के वृद्ध-जनों, आवश्यक सेवाओं में कार्यरत मतदाताओं अथवा कोविड से संक्रमित या क्वारंटीन में रखे गए मतदाताओं को डाक मतपत्र (पोस्टल बैलट) की सुविधा उपलब्ध कराना सराहनीय है।
उन्होंने इस बात पर खुशी व्यक्त की कि चुनाव आयोग ने सहज, समावेशी और सुरक्षित चुनाव कराने के लिए कई अभिनव और समयबद्ध उपाय किए हैं।
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उल्लेखनीय है कि भारतीय चुनाव आयोग के स्थापना दिवस को चिह्नित करने के लिए 2011 से हर साल 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाता है। इस दिन का उपयोग मतदाताओं में जागरूकता फैलाने और चुनावी प्रक्रिया में जागरूक भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है। इस वर्ष के मतदाता दिवस का विषय ‘मेकिंग अवर वोटर्स एम्पावर्ड, विजिलेंट, सेफ एंड इंफॉर्मेटेड’ है।