Tuesday, April 1, 2025
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बच्चों में बढ़ रहा चिकनपाॅक्स का खतरा, रोज सामने आ रहे दो से तीन मामले

chickenpox in chhattisgarh students

धमतरी: ग्राम चंदनबिरही में चिकनपॉक्स का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां प्रतिदिन दो से तीन बच्चे संक्रमित हो रहे है। वहीं उपचार के बाद बच्चे ठीक भी हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम प्रतिदिन यहां कैंप लगाकर संक्रमित बच्चों के उपचार के साथ संक्रमण से बचने एवं उपचार की जानकारी दे रहे हैं। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।

बालोद जिला के अंतिम छोर गुरूर विकासखंड के ग्राम चंदनबिरही में पखवाड़े भर से छोटी माता चिकनपॉक्स फैला हुआ है, जिसमें अब तक लगभग 75 बच्चे संक्रमित हो चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग से जानकारी के अनुसार ईलाज के बाद 50 बच्चे पूर्ण रूप से स्वस्थ्य हो चुके हैं। शेष 25 बच्चे स्वास्थ्य विभाग के देख रेख में है। स्कूलों में स्थिति का आकलन करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से नीलकमल सिन्हा, सुपरवाईजर एक्का ने निरीक्षण किया।

जानकारी के अनुसार गांव में 15 वर्ष तक के बच्चे प्रभावित हैं। ग्राम विकास समिति के अध्यक्ष पुनित राम साहू, सरपंच रामस्वरूप साहू ने बताया कि संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए गांव मे पिछले सप्ताह प्राथमिक स्कूल को बंद कर दिया गया था। वहीं बच्चों को एक दूसरे से संपर्क में आने से बचने के लिए प्रभावित बच्चाें को घर से बाहर नहीं निकलने के लिए कहा गया है तथा स्वस्थ्य बच्चे को ही स्कूल भेजा रहा है। संक्रमण न फैले इस कारण गांव के मंडाई मेला को भी स्थगित किया गया है। गांव में स्थिति नियंत्रण में है। स्वास्थ्य विभाग का सहयोग भी बराबर मिल रहा है।

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स्वास्थ विभाग का कहना है कि जनवरी से मार्च माह में अधिकांश गांवों में चिकनपाक्स से लोग प्रभावित होते हैं, लेकिन ग्राम चंदनबिरही में दिसंबर माह से ही प्रारंभ हो गया है। एक साथ अधिक बच्चे प्रभावित हुए हैं। दिसंबर के तीसरे सप्ताह में जब पहला केस मिला तो स्थिति सामान्य थी। इसके बाद दो सप्ताह के अंतराल में प्राथमिक शाला के बच्चे ज्यादा प्रभावित हो गए हैं जो एक दूसरे के संपर्क में आने से हुआ है।

बीएमओ पुरूर जीआर रावटे के अनुसार, गांव में संक्रमण की वजह से ऐतिहात के तौर पर पालक अपने बच्चाें को स्कूल नहीं भेज रहे हैं, जिसके चलते स्कूल में केवल 50 प्रतिशत ही आ रहे हैं। स्वास्थ विभाग के अनुसार स्थिति काफी नियंत्रण में है किसी प्रकार से कोई भी खतरा नहीं है। संक्रमित बच्चे जल्दी ठीक हो रहे हैं।

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